समस्या-समाधान
शिव आमंत्रण आबू रोड । आपको जीवन में अगर श्रेष्ठ मार्ग अपनाना है तो श्रेष्ठ योगी जीवन का भी मार्ग अवश्य अपनायें। ऐसे नहीं बस नाम के लिए इस मार्ग पर चलने लगे और फिर कुछ गड़बड़ होने लगे मन हिलने लगे, कहीं बुद्धि भटकने लगे, उससे नुक़सान हो जाएगा, बदनामी भी हो सकती हैं […]
आलस्य और सुस्ती दोनों से बचें क्योंकि यह दोनों हमारे कई लाभों को रोक देंगी… अलबेलापन वह मनोदशा है जिसमें मनुष्य किसी भी कार्य को महत्व नहीं देता, समय को महत्व नहीं देता, कार्य गंभीरता पूर्वक नहीं करता, उत्तर दायित्व से भागना, आज की बात कल पर टाल देना, कल फिर कल पर टाल कर, […]
महसूसता की शक्ति– महसूसता की शक्ति से जीवन में बदलाव संभव है… हमारे संकल्पों में बहुत शक्ति होती है जो हमें एनर्जी प्रदान करती है। पॉजीटिव सोचें। जैसे मैं कोई भी कार्य कर सकता हूँ। मैं बहुत मेहनती हूँ। मुझे सफलता अवश्य मिलेगी। आबू रोड – कोरोना काल की एक सच्ची घटना गुजरात की है। […]
शिव आमंत्रण, आबू रोड।प्रभु पालना में पलने वाली हम बहुत महान, बहुत भाग्यवान आत्मायें हैं। बाबा कहते हैं, बच्चे जरा सवेरे से रात तक देखो बाप तुम्हारी पालना कर रहे हैं। कोई मनुष्य गरीबी में पलता है, कैसा जीवन रहता है? कोई साधारण परिवारों में पलता है। चाहते हुए भी नहीं पढ़ पाते, कैसा रहता […]
शिव आमंत्रण,आबू रोड। आप अपनी बुद्धि को अपने सम्पूर्ण स्वरूप आत्मा और ज्ञान सुर्य परमात्मा पर स्थिर करें। यदि बुद्धि से अपने सम्पूर्ण स्वरूप पर विजुअलाईज करेंगे तो सम्पूर्णता के वायब्रेशन, सम्पूर्णता के संस्कार वर्तमान स्वरूप में प्रवेश करने लगेंगें। मैं एक उदाहरण दे रहा हूं कि की अभी रात है हम जानते हैं आसमान […]
अब समय केवल कमाई का है इसलिए अब नया हिसाब-किताब बनाना बन्द करो और हर आत्मा के प्रति रहम, प्रेम और कल्याण की भावना रख मन्सा सेवा करो। शिव आमंत्रण आबू रोड। योग बल द्वारा अन्य आत्माओं की पालना करने, रहम दिल से, शुभ भावना शुभ कामना संपन्न संकल्प हर आत्मा के कल्याण प्रति निस्वार्थ […]
शिव आमंत्रण, आबू रोड। आपका चेतन मन जिस भी बात को स्वीकार करता है और उसके सच होने पर भरोसा करता है। अवचेतन मन उसे स्वीकार कर लेगा और हकीकत मेंं बदल देता है। आप जो हासिल करते हैं, और जो हासिल करने मेंं असफल रहते है, वह सब हमारे खुद के विचार के परिणाम […]
शिव आमंत्रण, आबू रोड। पवित्र जीवन तो वरदानी जीवन है। कई गृहस्थी बीके सोचते हैं कि जब हम अविवाहित थे, तब ज्ञान में आते तो कितना अच्छा होता। बस कई कुमार एक बड़ी गलती करते हैं, जानते हो कौन सी? न अमृतवेला योग करते, न मुरली सुनते। सेवा में आगे रहते हैं, इसलिए जीवन में […]
मन को कंट्रोल करना हमारी एक बहुत ही श्रेष्ठ स्थिति है। संसार में पहले हम सुनते थे की जो मनुष्य अपने मन को कंट्रोल कर लेता है, वह तो हवा को भी रोकने में समर्थ हो जाता है। बाबा ने भी कहा है – हम सेकंड में फुलस्टॉप लगाने की कोशिश करें तो अंत में […]
यदि मैं अपने अनुभवों की बात आपको कहूं। 1971 में पहली बार अव्यक्त मुरली में मैंने सुना कि बाबा ने याद दिलाया कि तुम भक्ति में कहते थे हे! भगवान जब तुम इस धरा पर आओ तो हमें अपना बना लेना। बाबा ने कहा कि इतना ही कहते थे न तुम बस। हमने तो कभी […]
जिसे सच्चा योगी बनना है उसे मैं-पन के त्याग पर बहुत सूक्ष्मता से ध्यान देना चाहिए। कहां- कहां हमारे अंदर मैं-पन आ जाता है। इससे हम स्वयं को बचाते चलें, बचाना बिल्कुल सहज है। केवल हमें अवेयरनेस हो, जानकारी रहे कि मेरे अंदर मेरापन कहां आ गया। आप सभी ने मुरली में सुना हो कि […]
समय को संग्रह करने की विधि-कहते हैं समय शक्तिशाली और बहुमूल्य घटक है आखिर समय इतना बहुमूल्य क्यों है ? तीन विशेषताओं के कारण समय को बलवान माना जाता है। अन्य सभी खजानो को संग्रह या संचित करके रख सकते हैं ताकि आवश्यकता अनुसार उपयोग कर सकें, जैसे कि धन, धान्य, जल, ज्ञान, गुण आदि […]