शख्सियत
व्यक्ति जब ढ़ृढ़ता की शक्ति से कोई भी मंजिल तक पहुंचने का लक्ष्य बना लेता है तो वह माउंट एवरेस्ट जैसी विशालकाय चोटी तक एक निश्चित समय में पहुंचकर दिखा ही देता है। परन्तु यदि ढ़ृढ़ता के साथ परमात्म शक्ति ईश्वरीय प्रेम साथ में हो तो असम्भव भी सम्भव हो जाता है। ऐसे ही एक […]
मेरे जीवन का लक्ष्य है कि गांव- गांव , शहर-शहर जाकर अपनी कला से परमात्मा का परिचय दूं, शिव बाबा और ब्रह्माकुमारीका संस्थान का एहसान चुका सकूं। शिव आमंत्रण/ आबूरोड । श्रेष्ठ संकल्प और कड़ी मेहनत से सब कुछ हासिल हो सकता है। जीवन में हम कौन-सी मंजिल पर पहुंचना चाहते हैं यह भी इसी […]
आबू रोड : सामाजिक परंपराओं के हिसाब से शादी के बंधन में बंधा व्यक्ति आध्यात्मिक जीवन अर्थात् ब्रह्मचर्य जीवन असंभव समझता है। गृहस्थ जीवन में होते हुए पवित्रता के साथ आध्यात्मिक जीवन व्यतीत करने वाला शायद ही कोई व्यक्तित्व मिसाल के रूप में देखने को मिलता है। महाराष्ट्र मुलुंड के रहने वाले पतिपत्नी बीके नरेंद्र […]
शिव आमंत्रण, आबू रोड। व्यक्ति कैसी भी परेशानी परिस्थिति से क्यों न गुजर रहा हो लेकिन धैर्यता के साथ जीवन को चलाने और समाधान ढ़ंढ़ते रहने से आखिरकार सही रास्ता मिल ही जाता है। हम अपने मंजिल तक पहुंचने में कामयाब हो ही जाते हैं। खासकर जब जीवन में परमात्म ज्ञान के साथ परमात्म मिलन […]
शिव आमंत्रण आबू रोड । कोई भी धर्म की आत्मा हो, आत्मा अपनी जनम-जनम की प्यास बुझाने के लिए परमात्मा को अपनी मान्यता अनुसार किसी न किसी रूप में ढूढ़ता ही है। लेकिन तकदीरवान आत्माओं को भगवान जब मिलते हैं तो वे सिर्फ भक्त भगवान का फर्ज नहीं निभाते। उससे कहीं बढक़र मात-पिता बंधु सखा […]
शिव आमंत्रण, आबू रोड। मेंरे माता-पिता, बहनें और चाचा-चाची ब्रम्हाकुमारीका संस्थान से जुड़े हुए थे। लेकिन मेंरा इस परमात्म ज्ञान के प्रति कोई झुकाव नहीं था। शादी से पहले मुझसे पूछा गया कि ब्रह्मचर्य जीवन पसंद करोगे अर्थात ब्रह्माकुमार बनोगे या शादी करोगे? कोई जोर जबरदस्ती नहीं थी, इसलिए हमने शादी के लिए हां कर […]
शिव आमंत्रण, आबू रोड । पंजाब के अजनाला शहर में मेरा थोक का कारोबार था। राजनीति में भी सक्रिय था। बड़े-बड़े नेताओं के साथ उठना-बैठना था। पंजाब विधानसभा में वर्ष 1992-1994 के बीच चंडीगढ़ में विधानसभा स्पीकर का पीआरओ भी रहा। जीवन में पद, प्रष्ठिा और पैसा होने के बाद भी आनंद, सुकून नहीं था। […]
14 साल की उम्र से ही दादी के साथ अंग-संग रहने का मिला मौका, खुद को समझती हूं भाग्यशाली शिव आमंत्रण, आबू रोड । मैं बचपन से ही अपने मम्मी-पापा के साथ मधुबन में आना-जाना करती थी। जब एक बार मधुबन में आई थी, तभी बड़ी दादी ने संदेशी दादी से पूछा यह बालकी गुलजार […]
शिव आमंत्रण,आबू रोड, छपरौला :- गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश में कैमिकल फैक्ट्री के निदेशक जयनाथ मौर्य का जीवन राजयोग मेडिटेशन से कैसे बदला और क्या परिवर्तन आया, शिव आमंत्रण से विशेष बातचीत में उन्होंने अपने जीवन के अनछुए पहलुओं को उजागर किया। बता दें कि जयनाथ मौर्य पिछले 20 साल से इस कारोबार से जुड़े […]
पिताजी भी थे फौज में, मां के परिवार की पांचवीं पीढ़ी….लेफ्टीनेंट कर्नल चौहान ने बताया कि मेरे पिताजी सेना में थे। इससे घर में बचपन से सख्त, अनुशासित जीवनशैली रही। साथ ही मेरी मां की पांचवीं पीढ़ी सेना में है। फैमिली वैकग्राउंड फौज का होने से संस्कार में कडक़ मिजाज और गुस्सा था। साथ ही […]
पुरूषार्थहीन होने का कारण आलस्य है। मशहूर फिल्म अभिनेत्री ग्रेसी सिंह की आध्यात्मिक जीवन यात्रा…जीवन में कई बार हद से ज्यादा दौलत और शोहरत मिलने के बाद लोग अहंकार की ऊंचाई पर जाकर व्यावहारिक बातों में हर किसी को तुच्छ समझने लगते हैं। जो आए दिन विवादों में रहकर सुर्खियां बटोरते रहते हैं। ऐसे लोगों […]
जीवन में सदा खुशी लाने की कला किसी भी क्षेत्र में रह कर हम सीख सकते हैं। अपना जीवन सरल बना सकते हैं। यह हमारे जीवन में आध्यात्म और मेडिटेशन से संभव है, फिर चाहे हम किसी भी पद-पोजीशन पर क्यों न हों। खासकर लोग फौज में बदले के भाव में सोचते हैं कि मरना-मारना […]