सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
श्रेष्ठ-पॉजीटिव संकल्प करेंगे तो ही श्रेष्ठ बनेंगे: बीके शिवानी दीदी अध्यात्म-राजयोग का परमात्म दिव्य ज्ञान करेगा नए युग का सूत्रपात जब हम श्रद्धाभाव, समर्पण भाव से कार्य करेंगे तो जीवन सफल होगा: राज्यमंत्री राजेश्वर सिंह भारत ही एकमात्र देश है जो विश्व को दिशा, शांति और धर्म दे सकता है: केंद्रीय मंत्री भगवंत खुबा संविधान से पहले हमारी सनातन संस्कृति और सभ्यता है: मुख्यमंत्री वैश्विक शिखर सम्मेलन आज से, देश-विदेश से छह हजार हस्तियां करेंगी शिरकत वैश्विक शिखर सम्मेलन 22 से, असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिश्व शर्मा होंगे शामिल
पवित्रता है हमारा सुरक्षा कवच - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
पवित्रता है हमारा सुरक्षा कवच

पवित्रता है हमारा सुरक्षा कवच

महाराष्ट्र राज्य समाचार

गुडबाय एड्स कार्यक्रम मे डॉ. परब के उद्गार

शिव आमंत्रण, इस्लामपुर। पवित्रता शांति और खुशी की जननी है। वर्तमान में इस धरती के लिए पवित्रता समय की मांग है। जब हम अपनी पवित्रता की वास्तविक प्रकृति का एहसास करते हैं, तो
शांति और खुशी के लिए लोग, स्थान और चीजों पर हमारी अधीनता अपने आप खतम् हो जाती है। पवित्रता सुरक्षा कवच के रूप में हमारी रक्षा करती है। पवित्रता के साथ सच्ची स्वतंत्रता भी आती है। पवित्रता के सागर, सर्वशक्तिमान भगवान शिव से जुड़कर हम सब मनुष्य आत्माये जीवन में पवित्रता का स्वागत करें और अपने जीवन को स्वस्थ, धनवान और खुशहाल बनाएं। यह विचार मुंबई से मेडिकल प्रभाग के कार्यकारी सदस्य डॉ. सचिन परब ने मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किये। महाराष्ट्र के इस्लामपुर में ‘वल्र्ड एड्स अवेअरनेस डेÓ कायक्रम आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम आनलाईन था जिसमें चर्चा का विषय ‘वेल्कम प्योरिटी-गुडबाय एड्सÓ था। डॉ. सचिन परब ने आगे कहा, लोग जादा तर आसन और प्राणायम ही करते है। वह आठ गोली में
से दो गोली लेने के बराबर है। अगर आप प्रैक्टिस करते हो, अष्टांग ले लो तो उसमे भी यम और नियम आते है। यम और नियम स्टडी करोगे तो उसमे सब आ जाता है। आप कोई भी पैथी ले लो, आयुर्वेद ले लो, अलोपैथी ले लो, योगशास्त्र ले लो सभी प्युरिटी के ऊपर जोर दे रहे है। यम – नियम में अस्थेय, स्वाध्याय, ईश्वर प्राणिधान, संतोष क्या क्या बताया है? अंतत: प्युरिटी ही समाधान है। यही पे हमे समझना चाहिए, मॉडर्न मेडिसीन को, सायकॉलॉजिस्ट को, या इन्स्टिट्यूटस को यह समझना चाहिएकि हमारा मूल स्वभाव पवित्र है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *