रनाला में महिला दिन पर एड. सुलेखा कुंभारे के विचार
शिव आमंत्रण, कामठी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की शाखा रनाला में अंतरराष्ट्रीय महिला दिन पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख मार्गदर्शक के रुप में मंत्री तथा ड्रैगन पैलेस टेंपल की संस्थापिका एड. सुलेखा कुंभारे ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा ऑनलाइन वेबीनार को संबोधित करते हुए संविधान में महिलाओं को दिया गया समानता का अधिकार गौरवपूर्ण बताया। बेटा और बेटी में फर्क करना हमारी भूल है। ऐसा एक भी क्षेत्र नहीं जहाँ महिलाओं ने हिस्सा ना लिया हो। महिलाएं सभी क्षेत्र में आत्मविश्वास से अपने को देखें कि हम सिर्फ महिला नहीं लेकिन एक व्यक्ति है, एक महाशक्ति है और इसका पर्व करके हम अंतरराष्ट्रीय महिला दिन मनाते है।
कामठी सेवा केंद्र संचालिका बीके प्रेमलता ने सभी महिलाओं को शुभकामना देते हुए कहा, कि नारी बहुत महान शक्ति है, उसमें अदम्य साहस और शक्ति है। 21वीं सदी में नारी सशक्त नारी की भूमिका निभा रही है फिर भी समाज के कई हिस्सों में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। इसका कारण है आंतरिक शक्ति की कमी। अभी समय आया है व्यक्तिगत तथा संगठित रूप से आंतरिक शक्ति को उजागर करने का, जो कि आत्म चिंतन से ही आंतरिक सशक्तिकरण संभव है।
मेडीकल के क्षेत्र में कोरोना महामारी के समय सराहनीय कार्य करने के लिए डॉ. उज्ज्वला कलंत्री, डॉ. मंजू राठी, शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए अनीता लिंगाया, प्रिंसिपल अलका सोनावने, राजकीय तथा सामाजिक क्षेत्र में रनाला गांव की सरपंच सौ. सुवर्णाताई साबरे का शॉल पहना कर सम्मान किया गया।
डॉ संजय राठी ने अपनी तरफ से बीके प्रेमलता को शॉल और गुलदस्ते के द्वारा सम्मानित किया। इस ऑनलाइन वेबीनार में कामठी, रनाला, खापा, खापरखेड़ा, कापसी, भीलगांव, कन्हान, तारसा, येरखेड़ा, गादा, नगरधन आदि स्थानों की संबंधित महिलाओं ने कार्यक्रम का लाभ लिया। कु. वैष्णवी, कु. आर्या भिवगड़े ने महिलाओं को प्रोत्साहित करने वाला डांस प्रस्तुत किया। बीके शिलु ने स्वरचित कविता सुनाई। कार्यक्रम का संचालन बीके वंदना ने किया।