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व्यायाम (Exercise) और डायबिटीज - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
व्यायाम (Exercise) और डायबिटीज

व्यायाम (Exercise) और डायबिटीज

अलविदा-डायबिटीज़

विज्ञान के अनेकानेक साधनों और उपकरणों को दैनिक जीवन में उपयोग करते-करते आज हम सभी सुस्त हो चुके हैं। फलत: डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदयाघात आदि बीमारियां कितनी बढ़ गई हैं। आज से 5 दशक पहले लोग कितने कर्मठ थे। अपने हाथों से ही सब कुछ करते थे। दूर-दूर तक भी भारी सामान उठाकर चल पड़ते थे इसलिए बीमारियां भी कम थी। इसलिए आज हम सभी को पुन: कर्मठ बनने की आवश्यकता है।
नियमित व्यायाम, कसरत करना तथा कर्मठ जीवन के बिना निरोगी रहना असंभव है। हमारा शरीर एक गाड़ी की तरह है जिस गाड़ी को ठीक रखने के लिए राइट फ्यूल डालने के साथ-साथ नियमित उसे चलाने की भी आवश्यकता है। इसी तरह शरीर को भी नियमित रूप से संचालन करना जरूरी है। जब कोई लंबा समय तक बैठा ही रहता है और चलना फिरना ना के बराबर होता है जिसकी वजह से हम देख रहे हैं कितनी सारी बीमारियां वैसे ही पैदा हो रही है इसलिए वर्तमान में हम सभी को नियमित रूप से व्यायाम, कसरत करना बहुत जरूरी है। जब कोई व्यायाम करता है तो उसके मांस पेशियों को अधिक मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है और इस ऊर्जा का संचार रक्त में प्रवाहित ग्लूकोज शुगर से ही होती है। इसलिए व्यायाम करने से रक्त में शुगर की मात्रा कम हो जाती है जो मधुमेह ग्रसित व्यक्ति के लिए बहुत ही लाभकारी है। साथ में नियमित व्यायाम करने से शरीर की चर्बी फैट भी कम होने लगती है जो डायबिटीज के लिए बहुत जरूरी है। शरीर में अधिक चर्बी जमा होने से इंसुलिन का प्रतिरोध ज्यादा हो जाती है। फिर रक्त में शुगर की मात्रा भी बढऩे लगती है परंतु नियमित व्यायाम करने से शरीर की चर्बी की मात्रा घटने के साथ मांसपेशियां बढऩे लगती है और रक्त में शुगर की मात्रा को भी नियंत्रित रखता है।

नियमित व्यायाम से फायदा
* शारीरिक वजन (Body weight) संतुलित रहता है।
* शरीर के अंदर अधिक मात्रा में चर्बी जमा नहीं होती है।
* मांसपेशियां मजबूत होने के कारण शक्तिशाली बन जाते हैं।
* कार्य करने की क्षमता अधिक होती है (Stamina) बढ़ जाती है।
* शरीर का अकडऩ (Stiffness)रक्तम होकर (Flexbility) लचीलापन बढ़ाती है।
* शारीरिक संतुलन (Balance) कायम रहता है, गिरने से बच जाते हैं।
* रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity)बढ़ती है।
* शीघ्र संास नहीं फूलती, फेफड़े फूल जाते हैं।
* हजम करने की शक्ति तथा भूख बढ़ती है।
* नींद ठीक से आने लगती है, अनिंद्रा से छुटकारा मिलती है।
*रक्त संचालन ठीक से होने के कारण चर्मरोग नहीं होते हैं।
* डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदयघात और Dyslipidemiaआदि अनेकानेक बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं।
* ब्रेन में अनेक हार्मोन क्षरण होने लगते हैं, जिससे मन सदा प्रफुल्ल रहता है।
* Qulity of Life अच्छी हो जाती है, दूसरों के सामने आदर्श उदाहरणमूर्त बन जाते हैं।
* दीर्घायु बन जाते हैं, इस तरह पूरा जीवन ही सुखमय बन जाता है।

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