दादी जानकी थीं एक आदर्श आध्यात्मिक व्यक्तित्व, विश्व बंधुत्व अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन मे आर्च बिशप डॉ. मचाडो के विचार
शिव आमंत्रण, वसई। महाराष्ट्र के वसई में क्रिसमस के अवसर पर विश्व बंधुत्व विषय पर अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें ब्रह्माकुमारीज़ का प्रतिनिधित्व करने के लिए बीके सारिका उपस्थित रहीं। इस सम्मेलन की शुरूआत ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी को श्रद्धांजलि देते हुए की गई। उपस्थित सभी ने दादी जी के सम्मान में एक मिनट मौन रखा।
सम्मेलन के आयोजक आर्च बिशप डॉ. फेलिक्स मचाडो ने दादी जानकी जी के साथ के अपने अनुभव की स्मृतियों को ताज़ा करते हुए कहा, कि मेरे लिए दादी जी एक आदर्श आध्यात्मिक व्यक्तित्व थीं। उनका जीवन बहुत प्रेरणा दायी रहा। दादी जी के जाने से केवल ब्रह्माकुमारीज ही नही बल्कि पुरे विश्व को क्षति पहुंची है।
उपस्थित सभी धर्मो के प्रतिनिधियों ने विश्व बंधुत्व के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किये। बीके सारिका ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज के आध्यात्मिक दृष्टिकोण एवं नये सुखमय विश्व निर्मिति के हेतुओं को स्पष्ट किया। उन्होने कहा, किसी एक धर्म का प्रचार प्रसार ब्रह्माकुमारीज नही करती बल्कि पुरी मानव जाति के उत्थान हेतु यहां परमात्मा का ज्ञान दिया जाता है, जिसका सभी धर्मो में अलग अलग रूप से गायन है।