– वैश्विक शांति में युवा वर्ग का योगदान विषय पर सेमीनार का आयोजन
– युवा दिवस के उपलक्ष्य में हुआ कार्यक्रम
– शहर के अलग-अलग कार्यक्षेत्र से आए युवाओं ने लिया जीवन में आध्यात्मिकता अपनाने का संकल्प
शिव आमंत्रण,14 जनवरी, बीना। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के युवा प्रभाग द्वारा देशव्यापी अभियान वैश्विक शांति के लिए चलाया जा रहा है। इसके तहत ब्रह्माकुमारीज बीना के ज्ञान शिखर सेवाकेंद्र पर राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में सेमीनार का आयोजन किया गया। इसमें मीडिया, पुलिस, उद्योगपति, शिक्षक, डॉक्टर, राजनीति, समाजसेवा से जुड़े युवाओं ने भाग लेकर अपने-अपने विचार सांझा किए।
बीना में इस प्रोजेक्ट के शुभारंभ अवसर पर अतिथि के रूप में पधारे थाना प्रभारी कमल निगवाल ने महिलाओं का सम्मान करने और समाज में कही भी हो रहे अपराध के नियंत्रण के लिए पुलिस को सूचित करने की अपील की। चौकी प्रभारी लखन ने कहा कि पुलिस में कई युवा अपनी ईमानदार, स्पष्ट कार्यशैली के साथ समाजहित में बेहतर कार्य कर रहे हैं।
माउंट आबू से पधारे सेना से सेवानिवृत्त नायब सूबेदार नारायण सिंह ने कहा कि परिवर्तन के लिए परमात्मा की नजरें भी युवा पर हैं। आप सभी महान हैं जो युवावस्था में हैं। यह जीवन का सबसे अनमोल और अमूल्य समय है, इसलिए इस ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाएं। एक बार समय निकल गया तो पछतावे के अलावा कुछ हासिल नहीं होता है।
एसआई प्रतिभा मिश्रा ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर युवतियों को टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी महिला को प्रताडि़त किया जाता है तो इसकी शिकायत तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर करें। यदि किसी महिला के विपत्ति के समय कोई भी व्यक्ति सहयोग करेगा तो उसके लिए सीएम द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
बीके सरोज दीदी ने कहा कि आभार प्रकट करते युवाओं को समाजहित में कार्य करने और अपना जीवन चरित्रवान व मूल्यवान बनाने का आह्नान किया। समापन पर युवाओं का ब्रह्माकुमारी दीदियों द्वारा सम्मान कर ईश्वरीय उपहार भेंट किया गया। इस दौैरान बीके सरस्वती बहन, बीके गायत्री बहन, बीके रुचि बहन, बीके पूनम बहन के साथ युवा भाई-बहनें मौजूद रहे।
युवाओं को कराया संकल्प..
बीके जानकी दीदी ने कहा कि देश की जान और शान युवा हैं। युवा ही वह तरुणाई हैं जिसमें समाज का परिवर्तन करने की अदम्य शक्ति और साहस है। युवा अपनी ऊर्जा को देश के विकास, समाजहित और सद्कार्यों में लगाएं। आज सारे जहान की नजरें युवाओं की तरफ हैं। यदि युवा एक लक्ष्य के साथ आध्यात्मिकता को जीवन में धारण कर आगे बढ़ेंगे तो सफलता निश्चित है। युवाओं को संकल्प कराया कि मैं धीरज एवं संयम को अपनाकर स्वयं के मन को स्थिर रखूंगा…मैं परिवार में समायोजन का गुण धारण कर शांति बनाए रखूंगा… मैं समाज के सभी वर्गों के प्रति सद्भावना अपनाते हुए एकता व शांति के प्रयास करुंगा… मैं अहिंसक एवं शांतिपूर्ण विश्व के लिए संकल्पबद्ध हूं… मैं मन-वाणी-कर्म से शांति स्थापना में प्रयासरत रहूंगा… मैं ईश्वर के प्रति कृतज्ञता भाव धारण करके चलूंगा।