शिव आमंत्रण,सीतामढ़ी/बिहार। जनवरी 2016 में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संपर्क में आया। यहां मुझ राजयोग अभ्यास से जुड़ा। कई वर्षो से ईश्वरीय खोज में दर-दर भटक रहा था। पहले कई धार्मिक संस्थान से जुड़ा लेकिन संतुष्टि नहीं मिली।
अचानक एक मेरा दोस्त ने मेडिटेशन सीखने के लिए प्रेरित किया। 2016 में ही मेरे साथ भयंकर मोटर साईकिल दुर्घटना घटी लेकिन जहां स्वयं परमात्मा ने मेरी रक्षा की। मैंने महसूस किया कि वे हमें गोद में उठाकर आराम से धरती पर रख दिया। साकारात्मक रहकर स्वस्थ्य हुआ। जिससे समाज में भी मधुर संबंध रहने लगे। पहले कि अपेक्षा यादाश्त भी अच्छा रहने लगा। समय आनंद से बीतने लगा।
राजयोग ने किया जीवन परिवर्तन
May 25, 2021 बातचीतखबरें और भी