सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
भारत ही एकमात्र देश है जो विश्व को दिशा, शांति और धर्म दे सकता है: केंद्रीय मंत्री भगवंत खुबा संविधान से पहले हमारी सनातन संस्कृति और सभ्यता है: मुख्यमंत्री वैश्विक शिखर सम्मेलन आज से, देश-विदेश से छह हजार हस्तियां करेंगी शिरकत वैश्विक शिखर सम्मेलन 22 से, असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिश्व शर्मा होंगे शामिल हम अपना परिवर्तन करके ही सच्ची समाज सेवा कर सकते हैं: बीके सीता दीदी हमारे अंतर्मन को बाहरी परिस्थितियां डिस्टर्ब न कर सकें यह कला सीखना जरूरी हम लोग सनातन को भूल रहे हैं, यह हमारी सबसे बड़ी भूल है: एक्टर रॉकसन वाटकर
बीती को बिसार दें आगे की सुधि लें - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
बीती को बिसार दें आगे की सुधि लें

बीती को बिसार दें आगे की सुधि लें

सम्पादकीय

पिछला वर्ष खट्टी मीठी यादों के साथ बीता। सबसे भयावह तो रहा करोना काल की दूसरी लहर। जिसमें लाखों लोगों की जान चली गयी। पहली बार ऑक्सीजन की कमी लोगों को पड़ी और बहुत सारे लोगों की जान ऑक्सीजन के बगैर चली गयी। या यूं कहें कि साल 2020 बहुत ही चुनौतियों वाला था। जन और धन दोनों की बड़े पैमाने पर हानि हुई। लोगों को एक-दूसरे से अलग रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। अदृश्य वायरस से बचने के लिए नाक और मुंह को ढकना पड़ा। एक दूसरे से दूरी रखनी पड़ी। पूरी दुनिया अवसाद और भय में गुजरी। इसमें अगर किसी से शक्ति मिली तो वह थी आध्यात्मिकता की शक्ति। जिसके जरिए मनुष्य खुद को स्टेबल कर सका। परन्तु अब उसकी पुनरावृत्ति ना हो उसके लिए पुन: हमें इसे कंटिन्यू करने की जरूरत है। सावधानी रखने की आवश्यकता है। आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग को जीवन में अपनाना ही इससे बचाव का तरीका है। यही चीज हमें इन व्याधियों से बचा सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *