सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
थॉट लैब से कर रहे सकारात्मक संकल्पों का सृजन नकारात्मक विचारों से मन की सुरक्षा करना बहुत जरूरी: बीके सुदेश दीदी यहां हृदय रोगियों को कहा जाता है दिलवाले आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वच्छ और स्वस्थ समाज थीम पर होंगे आयोजन ब्रह्माकुमारीज संस्था के अंतराष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू दादी को डॉ अब्दुल कलाम वल्र्ड पीस तथा महाकरूणा अवार्ड का अवार्ड एक-दूसरे को लगाएं प्रेम, खुशी, शांति और आनंद का रंग: राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी
बीती को बिसार दें आगे की सुधि लें - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
बीती को बिसार दें आगे की सुधि लें

बीती को बिसार दें आगे की सुधि लें

सम्पादकीय

पिछला वर्ष खट्टी मीठी यादों के साथ बीता। सबसे भयावह तो रहा करोना काल की दूसरी लहर। जिसमें लाखों लोगों की जान चली गयी। पहली बार ऑक्सीजन की कमी लोगों को पड़ी और बहुत सारे लोगों की जान ऑक्सीजन के बगैर चली गयी। या यूं कहें कि साल 2020 बहुत ही चुनौतियों वाला था। जन और धन दोनों की बड़े पैमाने पर हानि हुई। लोगों को एक-दूसरे से अलग रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। अदृश्य वायरस से बचने के लिए नाक और मुंह को ढकना पड़ा। एक दूसरे से दूरी रखनी पड़ी। पूरी दुनिया अवसाद और भय में गुजरी। इसमें अगर किसी से शक्ति मिली तो वह थी आध्यात्मिकता की शक्ति। जिसके जरिए मनुष्य खुद को स्टेबल कर सका। परन्तु अब उसकी पुनरावृत्ति ना हो उसके लिए पुन: हमें इसे कंटिन्यू करने की जरूरत है। सावधानी रखने की आवश्यकता है। आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग को जीवन में अपनाना ही इससे बचाव का तरीका है। यही चीज हमें इन व्याधियों से बचा सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *