उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का आनलाइन सुझाव
शिव आमंत्रण, माउंट आबु। ब्रह्माकुमारीज संस्थान द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2021 ग्लोबल फेस्टिवल में देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, हरिद्वार से महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष प्रो. मोहम्मद सलीम, फिल्म अभिनेता सोनू सूद समेत ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, ओम् शांति रिट्रीट सेन्टर की निदेशिका बीके आशा, यूरोप एवं मिडिल ईस्ट की निदेशिका बीके जयंती विशेष रूप से जुड़ी।
देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू एवं युवा और खेल मंत्री किरण रिजिजू ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित ग्लोबल फेस्टिवल के प्रति अपना शुभकामना संदेश भेजा, वहीं ओम बिरला समेत अन्य विशिष्ट अतिथियों एवं संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस ऑनलाइन इवेंट के प्रति अपने विचार साझा किए।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय योग युक्त बनो, रोग मुक्त बनो इस थीम पर आनलाइन आंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रही है यह सुनकर मुझे खुशी हुई। सच मे योग अपने को तंदुरुस्त रखने का सायन्स है। बैलन्स, शांति, सौहार्द आदि प्राप्त करने का यह सायन्स है। बहुत सारे शोध-संशोधन ने योग के हमारे शरीर और आत्मा के लिए और विविध जीवन शैली के बीमारियों में और मनोदैहिक बीमारियों मे लाभ दिखा दिये है। योग यह भारत की प्राचीन परंपरा रही हुई है और विश्व के लिए एक महान देन है। योग से शरीर और मन में एकता लाता है, रोजमर्रा के जीवन में एक समतोल दृष्टिकोन लाता है। कोविड महामारी को सामने रखते हुए मै लोगों को आहवान करता हुं कि योग जीवन का एक अंग बनाया जाए। भारत का सर्वे संतु निरामया दृष्टिकोन उजागर करने के लिए यह योग विश्व के कोने में पहुंचाना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, योग अपनाए निरोगी काया पाए इस मंत्र के साथ इस आयोजन में भाग लेनेवाले सभी लोगों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हुं और आप के इन प्रयासों की सराहना करता हुं कि आपने योग को आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने में बहुत बडा योगदान दिया है
हरिद्वार से महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद ने कहा, हमारी जो जीवन शैली है, हमारा जो खानपान है, जो रहन सहन है उसमें परिवर्तन आया है उसके कारण बहुत सारे रोग आये हुए है। उसके लिए एक ही तरीका है योग, वह है राजयोग। और कोई रास्ता हमारे पास नही है।
जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष प्रो. मोहम्मद सलीम ने कहा, अपने तमाम कामों से अलग होकर कुछ देर के लिए ईश्वर का ध्यान करे, ईश्वर को याद करे, उस दृष्टा को याद करे जिसने हमको यह जीवन दिया है।
ओम् शांति रिट्रीट सेन्टर की निदेशिका बीके आशा ने कहा, योग में संतुलन है, योग में एकाग्रता है, योग में मन और बुध्दि का सामंजस्य बना हुआ है।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा, ये जो आंतर्र्राष्ट्रीय योग दिवस है ये भारत के लिए विशेष है। योग की विद्या भारत से ही सारे विश्व में जाती है और योग का कनेक्शन गीता के भगवान से है, भारत की पावन अध्यात्मिक भूमि से है, परमपिता परमात्मा से है।
यूरोप एवं मिडिल ईस्ट की निदेशिका बीके जयंती ने कहा, राजयोग के द्वारा हर तरफ से हमारा कल्याण हो सकता है। वह सदा स्वस्थ रहे, मस्त रहे, तन की स्थिति, मन की स्थिति अच्छी रहे और परमात्मा द्वारा हमको प्राप्ति होती रहे यह हम देखना है।
फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने कहा, ब्रह्माकुमारीज ने बहुत ही कमाल तरीके से योग को देश और दुनिया में पहुंचाया है। योग और समाज के हर क्षेत्र में ब्रह्माकुमारीज का बहुत बडा योगदान रहा हुआ है। रोज की भाग दौड में योग बहुत ही जरूरी है। 14 जून से 20 जून तक उन्होने यह जो फेस्टिवल आयोजित किया है उसके लिए बधाई देता हूं।
सातवें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के निमित्त आयोजित ग्लोबल फेस्टिवल में विदेशी बीके सदस्यों द्वारा कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी विशेष रुप से आयोजन रहा, जिसमें जापान से बीके यूको एवं बीके इटूको, रशिया से बीके मारिया तथा भारत से बीके अस्मिता ने सुन्दर गीतों की प्रस्तुति दी।
इंदौर हॉस्टल की कुमारियों द्वारा योगा डांस की प्रस्तुति भारत की महिमा के गीतों पर दी गई।