- उप्र-नेपाल से आए 12 हजार लोगों ने समाज से नशे को दूर करने का लिया संकल्प
- मेडिकल विंग की ओर से चलाया जा रहा है देशव्यापी अभियान
शिव आमंत्रण, आबू रोड (राजस्थान)। हम संकल्प लेते हैं कि नशे जैसी सामाजिक बुराई को समाज, देश से दूर करके ही रहेंगे। घर, समाज, शहर में जो लोग नशा करते हैं उन्हें जागरूक कर इस सामाजिक बुराई से दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगे। लोगों की काउंसलिंग कर नशा छुड़वाने में अपना तन-मन-धन से सहयोग करेंगे। यह संकल्प ब्रह्माकुमारीज़ के शांतिवन परिसर स्थित डायमंड हाल में आयोजित परमात्म अनुभूति शिविर में उप्र और नेपाल से पहुंचे 12 हजार से अधिक लोगों ने लिया।
इस मौके पर मेडिकल विंग के सचिव डॉ. बनारसी लाल ने कहा कि देशव्यापी नशामुक्त भारत अभियान के तहत शांतिवन में आने वाले सभी भाई-बहनों को नशामुक्त भारत अभियान को गति देने का संकल्प कराया जाता है, ताकि अभियान को तेजी से गति मिल सके। एक वर्ष में नशामुक्त भारत अभियान के तहत 11 हजार कार्यक्रम देशभर में आयोजित किए गए हैं। यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से करीब 28 लाख लोगों को नशे के दुष्परिणाम बताते हुए उन्हें नशे से दूर रहने, नशे के सामाजिक, शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया गया है। उन्हें जीवन में सदा नशे से दूर रहने की समझाइश देते हुए करीब 21 लाख लोगों को मौके पर ही सदा नशामुक्त रहने और व्यसन से दूर रहने की प्रतिज्ञा और संकल्प कराया गया।
देशभर में चलाया जा रहा है अभियान-
उन्होंने बताया कि देश के देशभर के 345 जिलों में सभा, सम्मेलन, नुक्कड़ नाटक, संगोष्ठी, प्रदर्शनी, यात्रा के माध्मय से कार्यक्रम लोगों को नशामुक्ति का संदेश दिया गया। साथ ही गांवों में भी आमजन, ग्रामीण और किसानों को राजयोग मेडिटेशन, आध्यात्मिक ज्ञान देते हुए नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया। देशभर में मेडिकल विंग से जुड़े हजारों ब्रह्माकुमार भाई-बहनें देशभर के स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों तक संदेश लेकर पहुंचे। जहां उन्हें खुद नशे से दूर रहने के साथ परिवार में अपने परिजन को भी नशे से दूर रहने के बारे में बताया गया।
तीन साल तक देशभर में चलाया जाएगा अभियान
बता दें कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मेडिकल विंग के बीच तीन साल के लिए एमओयू साइन किया गया है। इसके तहत देशभर में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाकर दस करोड़ लोगों को नशामुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान के तहत सेमिनार, मोटिवेशनल वर्कशॉप, रैली, प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा मेडिकल विंग द्वारा 35 साल से नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। आज लाखों लोग नशामुक्त होकर अध्यात्मिक जीवनशैली के साथ जी रहे हैं। नशे की गिरफ्त में फंसे लोगों की ब्रह्माकुमार भाई-बहनों द्वारा काउंसलिंग की जा रही है। राजयोग मेडिटेशन की विधि सिखाकर लोगों को आत्मबल बढ़ाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। नशे कैसे व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर बनाकर सामाजिक ख्याति को खत्म कर देता है आदि बातों के जरिए लोगों को सकारात्मक जीवनशैली अपनाने के लिए मोटिवेट किया जा रहा है।