संस्थान के महासचिव बीके निर्वैर के उद्गार
शिव आमंत्रण, गुरूग्राम। गुरूग्राम स्थित ओम् शांति रिट्रीट सेंटर की 20वीं शालगिरह समारोह की शुरूआत शांति व पवित्रता की शक्तिशाली प्रकम्पन फैलाकर की गयी। आगे रिट्रीट सेंटर की निदेशिका बीके आशा ने सभी के समक्ष एक रिपोर्ट पेश की जिसमें 194 उन कम्पनीयों व आर्गनाईजेशन के नाम थे जिनके लिए लाकडाउन के दौरान रिट्रीट सेंटर के द्वारा कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।
संस्थान के महासचिव बीके निर्वैर ने कहा, ओआरसी के द्वारा जैसा लक्ष्य रखा था वैसाही कार्य हो रहा है। यहां आनेवालों को मिनी मधुबन की भासना आती है। कार्य भी उसी प्रकार हो रहा है। उसके लिए यहां सेवा देने वाले सब भाई-बहनों को कोटी कोटी मुबारक हो।
इस मौके पर संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा, सारे विश्व मे दिल्ली एक ऐसी राजधानी है जिसको हम अविनाशी राजधानी कह सकते है। क्योंकि यह सतयुग मे भी थी, वैकुंठ मे भी थी और कलियुग मे भी है। ये पूरा चक्कर ही राजधानी रहती है।
बीके आशा ने कहा, दिल्ली के भाई – बहनों के सहयोग से ही ओआरसी की वृध्दि हुई है। इसके पहले भी दिल्ली के भाई – बहनों के योग और सहयोग दोनो ही सदा इसे शक्ति देता रहा है और आगे भी देता रहेगा।
संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने कहा, ओआरसी सारे विश्व में न्यारा स्थान है, मधुबन की तरह ही बेहद की फिलींग दिलाता है। मधुबन मे आनेवाले सब समझते है कि यह हमारा घर है ऐसे ही ओआरसी मे आते ही सबको अपनेपन की भासना आती है।
दिल्ली श्रीफोर्ट सेवाकेंद्र की प्रभारी बीके गीता ने कहा, ओआरसी यह शिवसाजन का घर है। उस से यह गिह्लट मिली हुई है जिस गिह्लट के द्वारा हम सभी भाई बहने बेहद की सेवा कर रहे है।