पूसा कृषि विज्ञान मेले में व्यक्त विचार
शिव आमंत्रण, नई दिल्ली। नई दिल्ली में आयोजित 3 दिवसीय पूसा कृषि विज्ञान मेले में ब्रह्माकुमारीज़ के कृषि एवं ग्रामीण विकास प्रभाग और सत्कार भवन व इंद्रपुरी सेवाकेंद्र द्वारा शाश्वत यौगिक खेती के बारे में जानकारी देने के लिए चित्र प्रदर्शनी और स्टॉल का आयोजन किया गया जिसमें इंद्रपुरी सेवाकेंद्र प्रभारी बीके बाला समेत अन्य सदस्यों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया और हज़ारों लोगों को जैविक व यौगिक खेती के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए राजयोग द्वारा प्रकृति पर पडऩे वाले सकारात्मक प्रभाव का भी महत्व बताया।
इस मौके पर बीके बाला ने कहा, परमात्मा को हम आत्मिक स्वरूप में याद करे, उनसे शान्ति, शक्ति, प्यार प्राप्त करे, अपने आपको गुणों से भरपूर करे और सृष्टि पर उसको सिंंचन करे। परमात्मा को याद करने से असंभव कार्य भी संभव हो जाता है।
बीके सदबीर, सदस्य, ग्राम विकास प्रभाग, बख्तावरपुर ने कहा, सब्जियों पर फफुन या कोई रोग लगा हुआ हो तो नीम का रस निकाल कर छाछ मे मिलाकर छिडकने से वह नष्ट हो जाता है।
इस मेले में आत्म निर्भर किसान विषय पर सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमें मजलिस पार्क सेवाकेंद्र प्रभारी बीके राज, सत्कार भवन के वरिष्ठ राजयोगी बीके जयप्रकाश और सेवाकेंद्र प्रभारी बीके ज्योति ने अपने विचार रखे। कार्यकम में आयसीएआर के डायरेक्टर डॉ. ए. के. सिंग ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ बीके राज, बीके जय प्रकाश से सात्विक यौगिक खेती के महत्व को जान ज्ञान चर्चा की। सदस्यों ने उन्हे सेवाकेंद्र पर आने का निमंत्रण दिया। इस मेले में सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहन सर्टिफिकेट देकर ब्रह्माकुमारीज़ को सम्मानित भी किया गया।