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परमात्मा कराते हैं पवित्रता के बंधन में बंधने का संकल्प - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
परमात्मा कराते हैं पवित्रता के बंधन में बंधने का संकल्प

परमात्मा कराते हैं पवित्रता के बंधन में बंधने का संकल्प

मुख्य समाचार

– रक्षाबंधन पर परमात्म रक्षासूत्र कार्यक्रम आयोजित
– मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने बांधी राखी

शिव आमंत्रण/आबू रोड (राजस्थान)।
भाई-बहन के परम पवित्र स्नेह का पर्व रक्षाबंधन पर ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के शांतिवन परिसर स्थित कॉन्फ्रेंस हाल में परमात्म रक्षासूत्र कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें वरिष्ठ दीदी-दादियों ने भाईयों को राखी बांधकर मुख मीठा कराया। मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने वरिष्ठ रक्षासूत्र बांधकर शुभकामनाएं दीं। महासचिव राजयोगी निर्वैर भाई ने कहा कि रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के स्नेह का त्योहार है। इससे हम एक-दूसरे के नजदीक आते हैं। आपस में स्नेह बढ़ता है। गिले-शिकवे दूर होते हैं। यह बंधन हमें याद दिलाता है कि भाई का और बहन का एक-दूसरे के प्रति क्या दायित्व है।

राखी पर्व पवित्रता का प्रतीक है-
संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके मुन्नी दीदी ने कहा कि राखी पर्व पवित्रता का प्रतीक है। परमात्मा शिव बाबा हमें इस धरा पर आकर संकल्प कराते हैं कि मेरे बच्चों एक जन्म तुम पवित्र रहो तो तुम्हें जन्मोंजन्म के लिए पवित्र दुनिया का मालिक बना दूंगा। ज्ञान सरोवर की निदेशिका व संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके डॉ. निर्मला दीदी ने कहा कि रक्षा बंधन का त्योहार हमें याद दिलाता है कि हमें पवित्र बन, योगी बन बाप समान बनना ही है। बाबा ने हम बच्चों को इस बंधन में बांधा। यह बंधन सबसे प्यारा है। विदेश में सबसे ज्यादा महत्व रक्षाबंधन का है।

कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ भाई-बहनें। 

यह सुखदायी बंधन है-
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके गीता दीदी ने कहा कि त्योहार पर ही ऐसा मौका आता है, जब पूरा परिवार मिलता है। इसी तरह आज हम सभी ईश्वरीय परिवार के भाई-बहनें रक्षाबंधन के मौके पर मिल रहे हैं। जब हमारे मन-वचन- कर्म शुद्ध बन जाते हैं तो हमसे किसी को कोई भय नहीं रहता है।  विकारों के कारण लोगों में भय रहता है। रक्षा बंधन एक ऐसा पवित्रता का बंधन है जिसके बंधन में बंधने के बाद हम पांच विकारों से मुक्त हो जाते हैं। यह सुखदायी बंधन है। यह पापनाश करने वाला बंधन है। यह विषतोड़क बंधन है। भगवान हमें पवित्रता का बंधन बांधते हैं। परमात्मा हमें पवित्रता के बंधन में बंधने का संकल्प कराते हैं। बाबा का बहुत-बहुत शुक्रिया जो हमें ऐसे श्रेष्ठ पवित्र बंधन में बांधा। वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके रुक्मिणी दीदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन बीके डॉ. सविता दीदी ने किया। इस मौके पर संस्थान के सभी वरिष्ठ भाई-बहनें सहित सभी शांतिवन निवासी भाई-बहनें मौजूद रहे।

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