सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
परमात्मा की छत्रछाया में रहें तोे सदा हल्के रहेंगे: बीके बृजमोहन भाई ईशु दादी का जीवन समर्पण भाव और ईमानदारी की मिसाल था ब्रह्माकुमारीज़ जैसा समर्पण भाव दुनिया में आ जाए तो स्वर्ग बन जाए: मुख्यमंत्री दिव्यांग बच्चों को सिखाई राजयोग मेडिटेशन की विधि आप सभी परमात्मा के घर में सेवा साथी हैं थॉट लैब से कर रहे सकारात्मक संकल्पों का सृजन नकारात्मक विचारों से मन की सुरक्षा करना बहुत जरूरी: बीके सुदेश दीदी
दो हजार श्रमिकों को कराया नशामुक्ति का संकल्प - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
दो हजार श्रमिकों को कराया नशामुक्ति का संकल्प

दो हजार श्रमिकों को कराया नशामुक्ति का संकल्प

मुख्य समाचार

– ब्रह्मा बाबा की 55वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में बांटे कंबल
– संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी मुन्नी दीदी ने किया संबोधित

शिव आमंत्रण,आबू रोड। 
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के शांतिवन सहित मनमोहिनीवन, आनंद सरोवर, मान सरोवर, तपोवन, सोलार परिसर में सेवाएं दे रहे दो हजार से अधिक श्रमिकों को कंबल प्रदान कर नशामुक्ति का संकल्प कराया गया। संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा के 55वीं पुण्य तिथि के उपलक्ष्य में सभी को यह उपहार प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी ने कहा कि पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी प्रकाशमणि दादी जी का श्रमिकों से बहुत स्नेह था। उनके सुख-दुख में हर परिस्थिति में साथ देतीं। तब से लेकर आज तक हर वर्ष विशेष मौके पर संस्थान की ओर से श्रमिकों को उपहार भेंट किए जाते हैं। हमारा प्रयास रहता है कि आप सभी निश्चिंत होकर खुशी-खुशी अपनी सेवा करें। आप सभी हमारे संस्थान के श्रमिक नहीं हमारे भाई-बहन हो। आप सभी ब्रह्माकुमारी परिवार के सदस्य हैं। इसलिए परमात्मा के घर में अपना समझकर सेवा करें।

डॉ. सविता बहन ने कहा कि आप सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि भगवान के घर में आप सेवा देते हैं। लोग दूर-दूर यहां आते हैं और जीवन बदल कर जाते हैं और आप लोग यहीं पर सेवा देते हैं। ज्ञानामृत की संपादिका बीके उर्मिला बहन ने कहा कि आप सभी भी अपनी सेवा से समय निकालकर कुछ पल परमात्मा को याद करें। राजयोग मेडिटेशन सीखें।
डॉ. बीके शिवाली बहन ने सभी को संकल्प कराया कि हम कभी किसी भी तरह के नशे का सेवन नहीं करेंगे। नशे से सदा दूर रहेंगे। एक नशा सौ बुराइयों को लाता है। इससे परिवार में दुख-अशांति आती है। बीके मनीषा बहन ने कहा कि यदि आप सभी नशे से दूर रहते हैं तो इससे जहां मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं तो शारीरिक रूप से भी तंदुरुस्त रहते हैं। नशा तन-मन-धन तीनों के लिए हानिकारक है। यदि आपके परिवार में भी कोई नशा करता है तो उसे भी रोकें और खुद भी सदा दूर रहें। इस दौरान सभी श्रमिकों का मुख मीठा कराया गया और कंबल प्रदान किए गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *