- गांव में घर-घर दो-दो डस्टबिन बांटे
- चौक-चौहारों पर किया रंग-रोगन
- सार्वजनिक स्थानों पर रखे डस्टबिन
- 600 डस्टबिन पूरे गांव में घर-घर बांटे
- 26 बड़े डस्टबिन सार्वजनिक स्थानों पर रखे गए
- 30 डस्टबिन स्कूल, मंदिर आदि स्थानों पर रखे
शिव आमंत्रण माउंट आबू/राजस्थान। ब्रह्माकुमारीज के प्रयासों से राजऋषि ग्राम प्रकल्प ओरिया ग्राम पंचायत की सूरत बदल गई है। पहले जहां गांव में जगह-जगह गंदगी और कूड़ा-कचरा डला रहता था वहीं अब चारों ओर स्वच्छता दिखाई देती है। साथ ही गांव के चौक-चौराहों का सौंदर्यीकरण होने से अब नजारा बदल गया है। इस कार्य में ब्रह्माकुमारीज के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग और रेडियो मधुबन द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है।
कृषि प्रभाग के उपाध्यक्ष बीके राजू भाई ने बताया कि प्रभाग की ओर से राजऋषि ग्राम ओरिया को आदर्श ग्राम बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल गांव में घर-घर 600 डस्टबिन बांटे गए हैं। साथ ही लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि डस्टबिन में ही कचरा डालें। इसके अलावा गांव में जगह-जगह सार्वजनिक स्थानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर 26 बड़े डस्टबिन रखे गए हैं। इसके अलावा 80 लीटर के 30 कूड़ेदान विद्यालय, मंदिर आदि स्थानों पर रखवाए गए हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि गांव को स्वच्छता में नंबर वन बनाने के लिए इनका उपयोग करें। इधर-उधर कचरा नहीं डालें।
सरपंच ने ब्रह्माकुमारीज के प्रयासों को सराहा-
सरपंच शारदा देवी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज के प्रयासों से दिनोंदिन गांव की सूरत बदलती जा रही है। संस्थान द्वारा बहुत ही अच्छे कार्य किए जा रहे हैं। गांव के प्रमुख स्थानों पर रंग-रोगन होने और साफ-सफाई होने से आकर्षित लगने लगे हैं। इस कार्य में ग्राम पंचायत की ओर से भी पूरा सहयोग किया जा रहा है। उपसरपंच तरुण सिंह ने गांव वालों से आह्नान किया कि ग्राम पंचायत और ब्रह्माकुमारीज संस्थान गांव के उत्थान के लिए जो प्रयास कर रही है उसमें अपना अमूल्य सहयोग दें। तभी हमारा गांव हर क्षेत्र में मिसाल बन पाएगा।
कचरा प्रबंधन का बताया महत्व-
ब्रह्माकुमारीज के ठोस कचरा विशेषज्ञ संजय कुमार ने ग्राम वासियों को कचरा प्रबंधन का महत्व बताते हुए हुए गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करने का तरीका बताया गया। रेडियो मधुबन के यशवंत भाई ने गीले कचरे से जैविक खाद और सूखे कचरे से अनेक प्रकार के उपयोग के बारे मे्ं जानकारी दी। इस मौके पर कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग प्रभाग के बीके सुमन्त भाई, बीके शशिकान्त भाई, बीके करन भाई, बीके शंभू भाई एवं बीके चंद्रेश भाई का गांव के कायाकल्प में विशेष योगदान है।