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खाद्यान्न के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
खाद्यान्न के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता

खाद्यान्न के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता

राज्य समाचार हरियाणा

किसान दिवस कार्यक्रम में व्यक्त विचार

शिव आमंत्रण, कादमा। कादमा हरियाणा के कादमा में राष्ट्रीय किसान दिवस के उपलक्ष में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कादमा – झोझू कलां केंद्र के तत्वावधान में रामबास स्थित सेवाकेंद्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर राजेंद्र कौशिक ने जैविक खेती के साथ भारतीय कृषि पृष्ठभूमि का उल्लेख किया। 70 के दशक में खाद्यान्न की कमी के चलते हरित क्रांति का आगाज हुआ। किंतु हरित क्रांति के उस दौर में अधिक पैदा करने के जोश में हमने केवल धरती माता ही नही मनुष्य के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ किया। आज देश में जरूरत से जादा खाद्यान्न है जिसके चलते मात्रा के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि मनुष्य और धरती माता दोनों की सेहत बनी रहे। उन्होंने जैविक खेती के आयामों पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र प्रभारी बीके वसुधा ने माउंट आबू स्थित तपोवन में शाश्वत जैविक खेती के चमत्कारिक प्रयोग और परिणामों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, क्षेत्र में आमतौर पर किसान केवल वर्षा के समय खाने लायक अनाज पैदा कर पाते हैं वहां ब्रह्माकुमार भाइयों के आध्यात्मिक संकल्प की बदौलत संतरा, चीकू , अनार के बाग बड़ी मात्रा में फल फूल रहे हैं।
बीके वसुधा ने सभी उपस्थित किसान भाइयों को शाश्वत यौगिक खेती करने की शपथ दिलाई।
करियर काउंसलर आरसी पूनिया ने इस अवसर पर आगामी हरियाणा के पंचायत चुनाव के मद्देनजर गांव की सरकार ग्राम पंचायत के निष्पक्ष होकर योग्य उम्मीदवारों के चयन पर बल दिया। उन्होंने आगे कहा, की आप सब संविधान के मुताबिक अपने गांव की सरकार के विधायिका अर्थात ग्राम सभा के सदस्य हैं। आपकी जागरूकता और सक्रियता के बल पर गांव खेती और स्वरोजगार में आत्मनिर्भर होकर ग्राम स्वराज का लक्ष्य हासिल कर सकता है। किसान दिवस के उपलक्ष में ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की तरफ से इस क्षेत्र में जैविक खेती में अग्रणी काम कर रहे किसान धर्मेंद्र व भूपेंद्र रामबास, रविंद्र बडऱाई, हेमंत बिजना, ईश्वर कान्हड़ा तथा सतपाल तिवाला को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट करके सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कृषि विशेषज्ञ नित्यानंद यादव ने भी जैविक खेती की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, किसान आज कृषक के बजाय प्रबंधक की भूमिका में होने के कारण खेती घाटे का व्यवसाय बनता जा रहा है। ग्रामीण विकास परिषद अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने सभी का स्वागत करते हुए जहर मुक्त खेती करने पर बल दिया। इस अवसर पर रामबास के बाबा कृपानाथ किसान क्लब के अध्यक्ष विनोद कुमार, ग्रामीण विकास मंडल महिला प्रेरक सविता सोनी, इंस्पेक्टर दलबीर सिंह, धर्मेंद्र ढिल्लो, परमेंद्र नंबरदार, पूर्व सरपंच सूबेदार दरियाव सिंह आदि उपस्थित थे। मंच संचालन ग्रामीण विकास मंडल सचिव बीके सुनील कुमार ने किया।

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