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सोचे खुशी के बारे मे, तनाव आपेही जायेगा - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
सोचे खुशी के बारे मे, तनाव आपेही जायेगा

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हरियाणा पुलिस के लिए आयोजित वर्कशाप में व्यक्त विचार

शिव आमंत्रण, माउण्ट आबू। संस्थान के सुरक्षा सेवा प्रभाग द्वारा हरियाणा पुलिस के लिए सेल्फ एम्पॉवरमेंट पर 3 दिवसीय आनलाईन वर्कशॉप का अयोजन किया गया जिसमें हेड कॉन्स्टेबल, ट्रेनीज़ और ट्रेनिंग सेंटर के स्टॉफ समेत साढ़े सात सौ लोग शामिल हुए। इस कार्यशाला का संचालन मुख्यालय माउंट आबू से किया गया जिसमें संस्थान के वरिष्ठ राजयोगी बीके सूरज, हैदराबाद के हिमायत नगर सेवाकेंद्र की प्रभारी बीके अंजलि, दिल्ली की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके कमला, प्रभाग के कार्यकारी सदस्य बीके संजीव ने प्रशिक्षण दिया।
सुरक्षा सेवा प्रभाग के कार्यकारी सदस्य बीके संजीव ने समझो आपके मन में बैठ गया है कि टेन्शन ले लिया है तो सफलता है और टेन्शन नही लिया तो सफलता नही है। तो जब आपके मन मे यही बैठ गया और यही बिठाते आ रहे है तो फिर खुशी कैसे आयेगी। हम मुंह बनाकर घुम रहे है और सबको मुंह बनवा रहे है और कोई हसता है तो डांटकर उसका भी मुंह बनवा रहे है। टेन्शन रूपी प्रसाद बांट रहे है तो खुशी कैसे आयेगी? मेरा आंखरी पॉइंट यही है कि खुश रहना सीखे। तनावमुक्ति के लिए यह एकही उपाय है, तनाव के बारे मे न सोचे, खुशी के बारे मे सोचे। इसी मे रहना सीखे।
संस्थान के वरिष्ठ राजयोगी बीके सूरज ने कहा, समस्या और कुछ नही है, हमारे कमजोर विचार, याने निगेटीव माईंड की रचना है। हमसे जो विचार निकलते है उनकी तरंगे चारो ओर फैलती है। वह हमारे ब्रेन मे भी जाती है, शरीर मे भी फैलती है। ये जो चारो ओर हवा, पानी है उसमे भी फैलती है, यह फैक्ट आपको जानना चाहिए। आप जो सोच रहे हो वह केवल आपके लिए नही, आपके बच्चों पर भी साथ साथ जा रहा है। जिनसे आपका प्यार है, जिनसे आप जुडे हुए हो उनको भी जा रहा है। तो विचार कितना असर करते है यह समझ कर उनके उपर ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है और सबके प्रति शुभभावना रखना, सकारात्मक सोचने की कला सीखना आवश्यक है।
संस्थान के वरिष्ठ राजयोगी बीके सूरज ने कहा, समस्या और कुछ नही है, हमारे कमजोर विचार, याने निगेटीव माईंड की रचना है। हमसे जो विचार निकलते है उनकी तरंगे चारो ओर फैलती है। वह हमारे ब्रेन मे भी जाती है, शरीर मे भी फैलती है। ये जो चारो ओर हवा, पानी है उसमे भी फैलती है, यह फैक्ट आपको जानना चाहिए। आप जो सोच रहे हो वह केवल आपके लिए नही, आपके बच्चों पर भी साथ साथ जा रहा है। जिनसे आपका प्यार है, जिनसे आप जुडे हुए हो उनको भी जा रहा है। तो विचार कितना असर करते है यह समझ कर उनके उपर ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है और सबके प्रति शुभभावना रखना, सकारात्मक सोचने की कला सीखना आवश्यक है।
दिल्ली की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके कमला ने कहा, राजयोग का जो अभ्यास है वह हमारे अंदर ज्ञान, पवित्रता शक्ति की मात्रा बढ़ाता है। हमारी आत्मा में शक्ति बढ़ती है। हमारे मन को ताकद मिलती है। मन शांत होता है तो अच्छे डिसीजन्स होते है। मन मे पवित्रता होती है तो सामना करने की शक्ति निर्भयता आती है, हिम्मत आती है।

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