नरसिंहपुर सेवाकेन्द्र पर पौधारोपण कार्यक्रम में व्यक्त विचार
शिव आमंत्रण, नरसिंहपुर। म.प्र. के नरसिंहपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके कुसुम के निर्देशन में दिव्य संस्कार भवन, करेली, गाडरवारा, सालीचौका, आमगांव, साईंखेड़ा समेत कई स्थानों एवं सेवाकेंद्र से जुड़े लोगों के घरों में लोगों ने पौधे लगाकर प्रकृति को बचाने का पूर्ण रूपेण संकल्प लिया।
दिव्य संस्कार भवन नरसिंहपुर सेवाकेन्द्र पर कार्यक्रम का शुभारम्भ मनरेगा के जनरल मैनेजर आर सी पटेल, संदीप खरे एवं सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके कुसुम द्वारा किया गया। इसके साथ ही गाडरवारा सेवाकेन्द्र पर कदम संस्था से पधारे भाई बहनें एवं सेवाकेन्द्र के अन्य भाई बहनें उपस्थित थे।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज की जिला संचालिका बीके कुसुम ने कहा, कि आज जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण का मुख्य कारण मानसिक प्रदूषण है। मनुष्य की दूषित वृत्ति, दृष्टि एवं प्रवृत्ति का प्रभाव प्रकृति पर पड़ता है। आपने कहा, की प्रकृति माता हमें सब कुछ प्रदान कर रही है। वायु, जल, भोजन आदि प्रमुख आवश्यकतायें प्रकृति द्वारा ही पूरी होती हैं। अत: प्रकृति माँ की रक्षा करनी है। उन्होंने ईश्वरीय शक्तियों, राजयोग के प्रयोग एवं शुभ संकल्पों से प्रकृति के शुद्धिकरण की बात कही तथा कार्यक्रम में पधारे समस्त आगंतुकों से पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ दिलाई ।
कदम संस्था के प्रमुख अजय खत्री ने कहा, की ब्रह्माकुमारी संस्थान जो समाज को मार्गदर्शन दे रहा है वो सराहनीय है। हमारी पाश्चात्य जीवन शैली इसके लिए जिम्मेदार है। हमें अपने पूर्वजों द्वारा अपनाई जीवन शैली अपनायेंगे तभी हम प्रदूषण मुक्त वातावरण में रह सकेंगे। मनरेगा से पधारे जनरल मैनेजर आर. सी. पटले ने कहा, की वृक्षों की सुरक्षा के लिए हमारे धर्म में वृक्ष पूजा बताई गई है जिससे वृक्षों कि रक्षा की जा सके। उन्होंने इस पुनीत कार्य हेतु संस्था का आभार माना तथा प्रति वर्ष पर्यावरण दिवस पर एक पेड़ लगाने का संकल्प किया, हमें अपनी आवश्कताएं कम करनी चाहिए, गौ सेवा द्वारा प्रकृति माँ कि शुद्धिकरण करने मेें मदद करनी चाहिए।
कार्यक्रम में सैकडों की संख्या में गणमान्य नागरिक एवं संस्था के भाई – बहन उपस्थित रहे। अंत में सभी अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।