मथुरा स्थित राजीव अकैडमी के कार्यक्रम में बीके पियुष के विचार
शिव आमंत्रण, मथुरा। यूपी के मथुरा स्थित राजीव अकैडमी फॉर टैक्नोलोजी एंड मैनेजमेंट में ‘महामारी के समय तनाव प्रबंधन’ विषय पर ई-गोष्ठी में एम.बी.ए. के प्रथम वर्ष के छात्रों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नई दिल्ली के लोधी रोड सेवाकेन्द्र से बीके पीयूष ने तनाव के प्रमुख कारण रिलेशनशिप, रिस्पोंसिबिलिटी, रोल्स एवं रुटीन के दबाव को बताया। इसके समाधान हेतु संबंधों में सदैव देने की भावना हो, कर्ता भाव से परे होकर कार्य करे। जब भी एक भूिमका से दूसरी बदले तो स्वयं से प्रश्न करे की पार्ट प्ले करने वाला कौन है और अपनी दिनचर्या सुव्यवस्थित हो। रात्रि को जल्दी सोकर शीघ्र उठे, परमात्म चिंतन करके पढ़ाई का शुभारंभ करे तो अवश्य ही तनाव भी दूर होगा और हमारी निर्णय शक्ति, एकाग्रता की शक्ति, आत्म बल और मनोबल बढ़ जायेगा।
उन्होने राजयोग के लाभ बताए एवं प्रतिभागियों को गहन योगानुभूति भी कराई।
भिवाडी, राजस्थान की राजयोग शिक्षिका बीके फाल्गुनी ने कहा, हम काफी समय डिजिटल
माध्यमों पर बिताते है जिससे हमारा मन भारी हो जाता है और उसी से तनाव होता है। चरित्रवान व्यक्तियों को पढऩे से, अच्छे लोगों का संग करने से, सात्विक भोजन से हमारी दिमागी क्षमता बढ़
जाती है और तनाव भी कम हो जाता है।
डीन डॉ. विकास जैन ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा, कि आज विद्यार्थियों को नया कुछ प्राप्त हुआ है। जिससे उनके दृष्टिकोन में अवश्य परिवर्तन होगा।
कार्यक्रम की समाप्ति प्रश्रोत्तर के साथ हुई। विद्यार्थियों ने अपने अनुभव भी साझा किए।