ग्राम विकास अधिकारी श्रीमति ज्योति का विवेचन
शिव आमंत्रण, फैजाबाद। राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर अयोध्या स्थित वजीरबाग सेवाकेन्द्र द्वारा किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए ग्राम विकास अधिकारी श्रीमति ज्योति ने कहा, किसान मानव के पेट की क्षुधा को मिटाकर मानवजीवन की रक्षा करता है। किसानों के श्रम और त्याग के बल पर मानव जीवन चल रहा है। खेती में आनेवाली समस्याओं को दूर कर उन्हे उपज की समुचित लागत उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। शासन और प्रशासन इसके लिए कटिबध्द है। हमें बहुत खुशी है कि परम्परागत यौगिक विधि द्वारा कम लागत में उन्नत पैदावार के लिए ब्रह्माकुमारी संस्था व्यापक कार्ययोजना बना रही है।
वजीरगंज-फैजाबाद सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शशी ने कहा, जैसा अन्न वैसा मन। अन्न का मन और मन का अन्न के ऊपर गहरा प्रभाव पडता है। अत: श्रेष्ठ एवं सुखद भावनाओं के साथ , प्रकृति के प्रति प्रेम और आदर के भाव को जागृत करते हुए हमे अपनी खेती को उन्नत बनाना होगा।
बीके डॉ. फूलचन्द ने कहा, भारतीय परम्परागत खेती में साधनों के प्रयोग के साथ व्यक्ति की भावनात्मक साधना, प्रकृति के प्रति आंतरिक लगाव अधिक था। आज इसकी कमी होने के कारण फसल पर भी उसका असर आ रहा है।
इस मौके प बीके शीलू, बीके कमलापति ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन बीके रामजीत ने किया। बीके शशी ने ग्राम विकास अधिकारी का शाल पहनाकर सम्मान किया। अन्त में सभी किसान भाईयों को ईश्वरीय उपहार एवम् प्रसाद प्रदान कर सम्मान किया गया।