लंदन से बीके गोपी का आनलाइन विवेचन
शिव आमंत्रण, भुवनेश्वर। जीवन में जिस शक्ति की आज जरूरत है उसका आधार साइलेंस है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी भी कहा करती थीं कि कर्म करते हुए साइलेंस पावर जमा होनी चाहिए। ये बातें लंदन से वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके गोपी ने ओडि़शा में भुवनेश्वर सेवाकेंद्र द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम शांति की शक्ति यानि साइलेंस पावर को कैसे जमा करें विषय पर संबोधित करते हुए कही।
इसके साथ ही बीके गोपी ने दादी जी से मिली अन्य प्रेरणाओं को भी अनुभव के रूप में साझा किया और कॉमेंट्री के माध्यम से राजयोग का सहज अभ्यास कराया ताकि लोग बड़ी सहजता से राजयोग द्वारा स्वयं को शांति की शक्ति से भरपूर बनाने का अनुभव कर सकें।
इस मौके पर बीके गोपी ने कहा, करनकरावनहार शिव बाबा तो बैठा हुआ है लेकिन आप निर्संकल्प रहेंगे तो शिवबाबा से मिली हुई शक्तियां जमा होती जाती है। शरीर से न्यारेपन की अवस्था में एक बहुत ही अलग मिठास होती है। फिर साक्षीपन की स्थिति में जाकर साक्षीदृष्टा बनेंगे तो देखते हुए भी न देखो, सुनते हुए भी न सुनो अवस्था प्राप्त होती है। आत्मा बीजरूप अवस्था में सर्वशक्तिमान बनती है, सोलह कला संपूर्ण हो जाती है। वह स्थिति ही सब काम करती है। ऐसा संघटन बनेगा तो लाइट हाऊस का अनुभव होता रहता है। सब ह्ललाइंग एंजेल बन जाते है।