सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
वैश्विक शिखर सम्मेलन आज से, देश-विदेश से छह हजार हस्तियां करेंगी शिरकत वैश्विक शिखर सम्मेलन 22 से, असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिश्व शर्मा होंगे शामिल हम अपना परिवर्तन करके ही सच्ची समाज सेवा कर सकते हैं: बीके सीता दीदी हमारे अंतर्मन को बाहरी परिस्थितियां डिस्टर्ब न कर सकें यह कला सीखना जरूरी हम लोग सनातन को भूल रहे हैं, यह हमारी सबसे बड़ी भूल है: एक्टर रॉकसन वाटकर स्वयं में दिव्यता को जागृत करेंगे तो अच्छे समाज सेवक बनेंगे: प्रो. स्वामीनाथन दूसरों के लिए जीना ही जीना है, समाजसेवा का क्षेत्र भी दूसरों के लिए होता है: डॉ. अंजू बाला
गुणों के चुंबकीय प्रभाव से खींचते थे आत्माओं को अपनी ओर - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
गुणों के चुंबकीय प्रभाव से खींचते थे आत्माओं को अपनी ओर

गुणों के चुंबकीय प्रभाव से खींचते थे आत्माओं को अपनी ओर

झारखंड राज्य समाचार

ब्रह्मा बाबा स्मृतिदिन पर बीके शान्ति के विचार

शिव आमंत्रण, गुमला। झारखंड के गुमला में ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के साकार संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा के 52वीं पुण्य स्मृति दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें 8 दशकों से ब्रह्माकुमारीज के द्वारा किए जा रहे सामाजिक एवं नैतिक उत्थान के कार्य को याद किया गया। सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शांति ने स्मृति दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा, कि जिनकी दृष्टि सृष्टि बदल देती थी, जिनकी आवाज रूहानियत बिखेरती थी, उनके कर्मों में सिद्धि का तिलिस्म था। उन्हीं का नाम नवयुग निर्माता प्रजापिता ब्रह्मा था। प्रजापिता ब्रह्मा ने 18 जनवरी 1969 में अपनी साकार देह का त्याग कर संपूर्ण और संपन्न स्थिति को प्राप्त किया। उनका स्मृति दिवस हमें सशक्त और समर्थ बनने तथा उनके दिव्य कर्तव्य एवं जीवन चरित्रों का स्वरूप बनने की प्रेरणा देता है।

दीदी ने कहा, कि वे योगियों में शिरोमणि थे और गुणों से भरपूर भी थे। परंतु विशेष बात यह है कि वह दूसरों में गुण भरने में, उन्हें वरदान देने में, उनमें योग्यता लाने, उनकी उन्नति में खुश होने, उनको संरक्षण, स्नेह व सहयोग देने में भी कलावान थे। बाबा का शरीर पांच तत्वों से ही गढ़ा हुआ था, तथापि वह एक चुंबकीय प्रभाव से आत्माओं को अपनी ओर खींचते थे।
कर्नल नीलांबर झा, भाजपा जिलाध्यक्ष अनूप अधिकारी, एराउस के निदेशक फादर अनुरंजन पूर्ति और सेवाकंद्र प्रभारी बीके शांति ने अपना वक्तव्य दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *