–परमात्म अनुभूति शिविर में नया साल मनाने महाराष्ट्र, तेलंगाना से पहुंचे 20 हजार लो
– नए साल पर योग-साधना बढ़ाने का लिया संकल्प
– विदेश से भी बड़ी संख्या में पहुंचे भाई-बहन
शिव आमंत्रण, आबू रोड (राजस्थान)। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मुख्यालय शांतिवन में नया साल मनाने के लिए परमात्म अनुभूति शिविर में भाग लेने महाराष्ट्र और तेलंगाना से 20 हजार से अधिक लोग पहुंचे। इस दौरान सभी ने साल 2025 में आध्यात्मिक उन्नति के लिए अपनी योग-साधना बढ़ाने पर ईश्वरीय शिक्षाओं पर चलने का संकल्प किया। साथ ही ब्रह्ममुहूर्त में अमृतवेला 3 बजे से योग करके नव वर्ष का शुभारंभ किया। मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतन मोहिनी सहित वरिष्ठ दीदी और भाईयों ने कैंडल लाइटिंग कर नए साल की शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर दादी रतन मोहिनी ने अपने संदेश में कहा कि नव वर्ष में उमंग-उत्साह के साथ परमात्मा की आशाओं को पूर्ण करने का संकल्प करें। समय को सफल करें। अपने श्रेष्ठ कर्मों से सभी की दुलाएं लें और सभी को दुआएं दें। अपना पुण्य का खाता बढ़ाते जाएं। यह ईश्वरीय संदेश जन-जन को पहुंचाने का संकल्प करें ताकि अन्य लोगों का जीवन में आप सबकी तरह सुख-शांतिमय बन सके। महासचिव राजयोगी बीके बृजमोहन भाई ने कहा कि परमात्मा ने हमें शिक्षा दी है कि बच्चों योग-तपस्या में आगे बढ़ने के लिए बेहद की वैराग्य वृत्ति को रखना होगा। इससे ही हम संपूर्णता की स्थिति की ओर आगे बढ़ सकेंगे।
अपना जीवन आदर्श और प्रेरक बनाएं-
संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी ने कहा कि नए साल पर आप सभी यहां से संकल्प लेकर जाएं कि हर परिस्थिति में मजबूत रहेंगे। अपना जीवन समाज के लिए प्रेरक और आदर्श बनाएंगे। संयुक्त मुख्य प्रशासिका व महाराष्ट्र जोन की निदेशिका राजयोगिनी बीके संतोष दीदी ने कहा कि बाबा का संदेश है कि अपने आप को निमित्त और निर्वाण स्थिति बनानी है। वरिष्ठ राजयोगी बीके सूर्य भाई ने कहा कि जैसा हम संकल्प करेंगे वैसा ही बन जाएंगे। नव वर्ष में अपने संकल्पों को श्रेष्ठ, दिव्य और महान बनाएं। अपने घर को मंदिर बनाएं। माताएं चाहें तो घर को स्वर्ग बना सकती हैं। आप सभी शिव शक्तियां हों। आप सभी भगवान के बच्चे हो, इसलिए कभी भी स्वयं को कमजोर नहीं समझें।
योग-तपस्या बढ़ाएं-
सुबह के सत्र में वरिष्ठ राजयोगी बीके राजू भाई ने कहा कि जनवरी माह विशेष पुरुषार्थ का माह है। क्योंकि इसी माह में ब्रह्मा बाबा ने योग-तपस्या, साधना से संपूर्णता की स्थिति प्राप्त कर अव्यक्त हो गए थे। यह माह हमें अपनी योग-साधना को तीव्र करने की प्रेरणा देता है। इस मौके पर विशेष रूप से अतिरिक्त महासचिव बीके डॉ. मृत्युंजय भाई, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके शशि दीदी, ग्लोबल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. प्रताप मिड्ढा, मीडिया विंग के उपाध्यक्ष बीके आत्मप्रकाश भाई सहित देश-विदेश से आए लोग मौजूद रहे।