- अनुभवयुक्त राष्ट्रीय शिवशक्ति स्नेह मिलन का शुभारंभ
- शिव शक्ति लीडरशिप इनीशिएटिव अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट के तहत आयोजन
शिव आमंत्रण, आबू रोड/राजस्थान। संयुक्त राष्ट्र महिला आयोग और ब्रह्माकुमारीज द्वारा शिवशक्ति लीडरशिप इनीशिएटिव इंटरनेशनल प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। प्रोजेक्ट के तहत मनमोहिनीवन के ग्लोबल ऑडिटोरियम में पहला राष्ट्रीय शिवशक्ति स्नेह मिलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर से शिवशक्तियां भाग रहे रही हैं। इसमें मुख्य तीन आध्यात्मिक सिद्धांतों को शामिल किया है-सहयोगात्मक, करुणामय और सशक्त। प्रोजेक्ट का उद्देश्य महिलाओं में उभरती हुई आंतरिक शक्तियों का सुरक्षित माहौल में विकास करना, उन्हें प्रेरित करके शक्ति नेतृत्व के सही अर्थ द्वारा स्वयं और समाज के परिवर्तन में लगाना है। पूरे विश्व में विभिन्न देशों में ब्रह्माकुमारी बहनों की टीम बनी हुई है और प्रत्येक टीम का एक फोकल पॉइंट पर्सन नियुक्त किया गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके डॉ. निर्मला दीदी, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी ने किया।
कार्यक्रम में कार्यकारी सचिव बीके डॉ. मृत्युंजय भाई ने कहा कि नारी में छिपी शक्तियों को जागृत करने, उन्हें सशक्त बनाने के लिए यह प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा। इससे नारी शक्ति को अपनी आध्यात्मिक शक्तियों को बढ़ाने का मौका मिलेगा। वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके रुक्मिणी दीदी ने कहा कि महिलाएंओं के उत्थान के लिए यह बहुत ही अच्छी कार्ययोजना है। साइंटिस्ट एवं इंजीनियरिंग विंग के अध्यक्ष बीके मोहन सिंघल ने कहा कि इसके माध्यम से शिव शक्तियां समाज में परिवर्तन लाएंगी।
प्रत्येक माह होती है मीटिंग-
मुख्यालय शान्तिवन की फोकल पॉइंट पर्सन डॉ. बीके सुनीता दीदी ने बताया कि इसमें हर महीने प्रत्येक देश (भारत, उत्तरी अमेरिका, यूएसए और कनाडा, कैरेबियन, लैटिन अमेरिका और ब्राजील, यूरोप और यूके, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, रशिया, मिडल ईस्ट आदि) के फोकल पॉइंट पर्सन की ऑनलाइन मीटिंग आयोजित की जाती है। मीटिंग में स्व उन्नति और सेवा के लिए मंथन-चिंतन कर नई-नई विधियां इजाद की जाती हैं। फिर वहीं विधि प्रत्येक फोकल पर्सन अपने देश में लागू करते हैं। शिवशक्ति के ऑनलाइन और स्थानीय (भारत और नेपाल) स्नेह मिलन में लायंस क्लब, इनर व्हील क्लब से लेकर अन्य कई देश की जानीं-मानीं महिला संस्थाओं की पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाता है। प्रोजेक्ट से जुड़ी हर नारी को शिवशक्ति का टाइटल दिया गया है।
मेडिटेशन में इन स्मृतियों को दिलाते हैं याद…
न्यूयार्क यूएन में एडवाइजर बीके गायत्री नरीने ने बताया कि मेडिटेशन के दौरान सभी को एक प्रेरणादायी स्व निरीक्षण कराया जाता है, जिससे नारी शक्ति को अपने अनादि स्वरूप (प्रेम, निर्भयता, स्वतंत्रता, पवित्रता, दैवी आदि स्वरूप) को पुन: प्राप्त करने के लिए कॉमेंट्री कराई जाती है। साथ ही अपने पारंपरिक स्वरूप के रूढि़वाद वृत्तियों से स्वतंत्र, अपने आधुनिक स्वरूप में प्रतिशोध की भावना से मुक्त, आतंरिक आत्मिक शक्ति स्वरूप की स्थिति से स्वयं के परिवर्तन से परिस्थिति पर विजय प्राप्त कर, पुन: अपने खोए हुए अनादि स्वरूप को पाने की, नारी के शक्ति स्वरूप की सुखद आतंरिक यात्रा कराई जाती है।
प्रोजेक्ट का उद्देश्य –
इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं को एक मित्रतापूर्ण और सुरक्षित माहौल में अपने आतंरिक शक्ति स्वरूप का विकास करना। साथ ही व्यक्तिगत प्रेरणादायक अनुभव एक-दूसरे से सांझा करना, ताकि वे आज के चुनौतीपूर्ण समय में शिवशक्ति के अर्थ को समझते हुए यथार्थ रूप से स्वयं को सशक्त कर सकें। नारी स्वयं की शक्ति (दिव्य ऊर्चा) को उभारें और विकसित करें। अपने कार्यस्थल पर इन्हीं प्रेरणाओं से अपने और दूसरों के जीवन को सार्थक करना। भावनाओं को व्यक्त करने का यह एक मंच है। इसमें व्याख्यान की जगह अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाता है।