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बोध कथा - Shiv Amantran | Brahma Kumaris

बोध कथा

एक महात्मा का उपदेश- सच्चाई का फल

एक महात्मा का उपदेश- सच्चाई का फल

March 1, 2021

किसी नगर में एक बूढ़ा चोर रहता था। सोलह वर्षीय उसका एक लड़का भी था। चोर जब ज्यादा बूढ़ा हो गया तो अपने बेटे को चोरी की विद्या सिखाने लगा। कुछ ही दिनों में वह लड़का चोरी विद्या में प्रवीण हो गया। दोनों बाप बेटा आराम से जीवन व्यतीत करने लगे। एक दिन चोर ने […]

जब एक हिंसक पशु को धैर्य और प्रेम से जीता जा सकता है तो एक इंसान को क्यों नहीं…….

जब एक हिंसक पशु को धैर्य और प्रेम से जीता जा सकता है तो एक इंसान को क्यों नहीं…….

February 19, 2021

बहुत समय पहले की बात है , एक सन्यासी हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहता था. वह बड़ा ज्ञानी था और उसकी बुद्धिमत्ता की ख्याति दूर -दूर तक फैली थी. एक दिन एक औरत उसके पास पहुंची और अपना दुखड़ा रोने लगी , ” बाबा, मेरा पति मुझसे बहुत प्रेम करता था , लेकिन वह […]

मैं किसी को दुःख या सुख नहीं देता वो तो इंसान अपनी करनी से पाता है।

मैं किसी को दुःख या सुख नहीं देता वो तो इंसान अपनी करनी से पाता है।

February 10, 2021

एक बार लक्ष्मी और नारायण धरा पर घूमने आए,कुछ समय घूम कर वो विश्राम के लिए एक बगीचे में जाकर बैठ गए।नारायण आंख बंद कर लेट गए,लक्ष्मी जी बैठ नज़ारे देखने लगीं।थोड़ी देर बाद उन्होंने देखा एक आदमी शराब के नशे में धुत गाना गाते जा रहा था,उस आदमी को अचानक ठोकर लगी, ……तो उस […]

निंदा का फल…………..

निंदा का फल…………..

February 1, 2021

एक बार की बात है की किसी राजा ने यह फैसला लिया के वह प्रतिदिन 100 अंधे लोगों को खीर खिलाया करेगा। एक दिन खीर वाले दूध में सांप ने मुंह डाला और दूध में विष डाल दी और ज़हरीली खीर को खाकर 100 के 100 अंधे व्यक्ति मर गए। राजा बहुत परेशान हुआ कि […]

ना जाने किस रूप में नारायण मिल जाए

ना जाने किस रूप में नारायण मिल जाए

January 28, 2021

हरिहर एक सीधा-साधा किसान था। वह दिन भर खेतों में मेहनत से काम करता और शाम को प्रभु का गुणगान करता। उसके मन की एक ही साध थी। वह उडुपि के भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करना चाहता था। उडुपि दक्षिण कन्नड़ जिले का प्रमुख तीर्थ था। प्रतिवर्ष जब तीर्थयात्री वहां जाने को तैयार होते […]

जीवन की सीख- जब एक छिपकली कर सकती है, तो हम क्यों नहीं?

जीवन की सीख- जब एक छिपकली कर सकती है, तो हम क्यों नहीं?

January 22, 2021

यह जापान में घटी, एक सच्ची घटना है। अपने घर का नवीनीकरण करने के लिये, एक जापानी अपने मकान की दीवारों को तोड़ रहा था। जापान में लकड़ी की दीवारों के बीच ख़ाली जगह होती हैं, यानी दीवारें अंदर से पोली होती हैं । जब वह लकड़ी की दीवारों को चीर-तोड़ रहा था, तभी उसने […]

राजा और भिखारी …………

राजा और भिखारी …………

December 31, 2020

एक राजा का जन्म दिन था । सुबह जब वह घूमने निकला तो उसने तय किया कि वह रास्ते में मिलने वाले सबसे पहले व्यक्ति को आज पूरी तरह से खुश व सन्तुष्ट करेगाउसे एक भिखारी मिला । भिखारी ने राजा सें भीख मांगी तो राजा ने भिखारी की तरफ एक तांबे का सिक्का उछाल […]

मन की शांति ………..

मन की शांति ………..

December 26, 2020

एक राजा था जिसे पेटिंग्स से बहुत प्यार था। एक बार उसने घोषणा की कि जो कोई भी उसे एक ऐसी पेंटिंग बना कर देगा जो शांति को दर्शाती हो तो वह उसे मुंह माँगा इनाम देगा। फैसले के दिन एक से बढ़ कर एक चित्रकार इनाम जीतने की लालच में अपनी-अपनी पेंटिंग्स लेकर राजा […]

मेरे साथ-मेरा क्या जाएगा………..

मेरे साथ-मेरा क्या जाएगा………..

December 22, 2020

एक विद्वान साधु थे जो दुनियादारी से दूर रहते थे। वह अपनी ईमानदारी,सेवा तथा ज्ञान के लिए प्रसिद्ध थे। एक बार वह पानी के जहाज से लंबी यात्रा पर निकले।उन्होंने यात्रा में खर्च के लिए पर्याप्त धन तथा एक हीरा संभाल के रख लिया । ये हीरा किसी राजा ने उन्हें उनकी ईमानदारी से प्रसन्न […]

ज्ञान रुपी दिपक ………..

ज्ञान रुपी दिपक ………..

December 18, 2020

“परम मित्रों”, एक बार एक आदमी बड़े ही धार्मिक भाव से रोज संध्या को दीपक जला कर अपने घर के आगे रखने लगा । लेकिन पड़ोस के लोग उसके दिए को उठा कर ले जाते या कुछ लोग तो उसे बुझा भी देते थे । उसके अपने ही उसे कहने लगे कि क्या तू ज्यादा […]

क्षणिक और मिथ्या होते हैं सांसारिक संबंध

क्षणिक और मिथ्या होते हैं सांसारिक संबंध

November 28, 2020

एक बार संत के पास एक सत्संगी युवक आया। संत ने उससे हाल-चाल पूछा, तो उसने स्वयं को अत्यंत सुखी बताया। वह बोला, ‘ मुझे अपने परिवार के सभी सदस्यों पर बड़ा गर्व है। उनके व्यवहार से मैं संतुष्ट हूँ। संत बोले, तुम्हें अपने परिवार के प्रति ऐसी धारणा नहीं बनानी चाहिए। इस दुनिया में […]

जीवन में संपूर्ण जागृति हो बेहोशी नहीं

जीवन में संपूर्ण जागृति हो बेहोशी नहीं

November 27, 2020

लगभग 200 वर्ष पूर्व जापान में एक ऐसा योगी रहता था नित कहता था जागो! नींद को त्यागो, जागो! वहां के सम्राट ने उस योगी की ख्याति सुनी और उसे राजमहल बुलाया, कहा कि हमारे राजकुमार आपके प्रशिक्षण में जीवन की कुछ बातें सीखे तो आप उसे यहीं रहकर सिखाओ। योगी कहता है कि यदि […]