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बोध कथा - Shiv Amantran | Brahma Kumaris

बोध कथा

जाकी रही भावना जैसी ……….. प्रभु मूरत देखी तिन तैसी

जाकी रही भावना जैसी ……….. प्रभु मूरत देखी तिन तैसी

May 18, 2021

एक महिला रोज मंदिर जाती थी ! एक दिन उस महिला ने पुजारी से कहा कि अब मैं मंदिर नही आया करूँगी ! इस पर पुजारी ने पूछा — क्यों ? तब महिला बोली — मैं देखती हूँ लोग मंदिर परिसर में अपने फोन से अपने व्यापार की बात करते हैं ! कुछ ने तो […]

मैंने वो चीज पा ली है जिसका कोई मोल नहीं चुका सकता

मैंने वो चीज पा ली है जिसका कोई मोल नहीं चुका सकता

April 27, 2021

महान लेखक टालस्टाय की एक कहानी है -शर्त। इस कहानी में दो मित्रों की आपस में शर्त लगती है यदि उसने एक माह एकांत में बिना किसी से मिले, बातचीत किए एक कमरे में बिता देता है तो उसे 10 लाख नकद देगा। इस बीच यदि वो शर्त पूरी नहीं करता तो वो हार जाएगा। […]

भगवान का साथ-ऐसी मृत्यु हर एक की हो

भगवान का साथ-ऐसी मृत्यु हर एक की हो

April 2, 2021

एक लडक़ी चर्च में जाती है और फादर से कहती है मेरे पिताजी बहुत बीमार हैं, किसी भी वक्त मौत हो सकती है, क्या आप मेरे घर आ सकते हो? फादर कहते हैं हां, क्यों नहीं मैं आता हूं। जब फादर घर पहुंचते हैं, तो वहां एक बुजुर्ग व्यक्ति बिस्तर पर लेटा मिलता है और […]

मन की शांति चाहिए तो भक्ति निस्वार्थ भाव से ही करनी चाहिए

मन की शांति चाहिए तो भक्ति निस्वार्थ भाव से ही करनी चाहिए

March 30, 2021

पूजा करते समय अधिकतर लोग भगवान से सुख-सुविधाओं से जुड़ी पाने की कामना करते हैं। पूजा के बदले भगवान से कुछ न कुछ मांगा जाता है। इस तरह की भक्ति करने के बाद जब मनोकामनाएं पूरी नहीं होती हैं तो मन अशांत हो जाता है। मन की शांति चाहिए तो भक्ति निस्वार्थ भाव से ही […]

व्यवहार कुल का परिचय देता हैं

व्यवहार कुल का परिचय देता हैं

March 7, 2021

एक राजा के दरबार मे एक अनजान व्यक्ति नौकरी के लिए प्रस्तुत हुआ । योग्यता पूछी गई, कहा, “विदुषक हूँ ।”🌿 राजा के पास राजदरबारियों की भरमार थी, उसे खास “घोड़ों के अस्तबल का इंचार्ज” बना लिया। कुछ दिनों बाद राजा ने उस से अपने सब से महंगे और प्रिय घोड़े के बारे में पूछा, […]

सुँदर हाथ उन्हीं के होते हैं जो अच्छे कर्म करें

सुँदर हाथ उन्हीं के होते हैं जो अच्छे कर्म करें

March 5, 2021

बहुत समय पहले की बात है कुछ महिलाएं एक नदी के तट पर बैठी थी वे सभी धनवान होने के साथ-साथ अत्यंत सुंदर भी थी वे नदी के शीतल एवं स्वच्छ जल में अपने हाथ – पैर धो रही थी तथा पानी में अपनी परछाई देख- देखकर अपने सौंदर्य पर स्वयं ही मुग्ध हो रही […]

एक महात्मा का उपदेश- सच्चाई का फल

एक महात्मा का उपदेश- सच्चाई का फल

March 1, 2021

किसी नगर में एक बूढ़ा चोर रहता था। सोलह वर्षीय उसका एक लड़का भी था। चोर जब ज्यादा बूढ़ा हो गया तो अपने बेटे को चोरी की विद्या सिखाने लगा। कुछ ही दिनों में वह लड़का चोरी विद्या में प्रवीण हो गया। दोनों बाप बेटा आराम से जीवन व्यतीत करने लगे। एक दिन चोर ने […]

जब एक हिंसक पशु को धैर्य और प्रेम से जीता जा सकता है तो एक इंसान को क्यों नहीं…….

जब एक हिंसक पशु को धैर्य और प्रेम से जीता जा सकता है तो एक इंसान को क्यों नहीं…….

February 19, 2021

बहुत समय पहले की बात है , एक सन्यासी हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहता था. वह बड़ा ज्ञानी था और उसकी बुद्धिमत्ता की ख्याति दूर -दूर तक फैली थी. एक दिन एक औरत उसके पास पहुंची और अपना दुखड़ा रोने लगी , ” बाबा, मेरा पति मुझसे बहुत प्रेम करता था , लेकिन वह […]

मैं किसी को दुःख या सुख नहीं देता वो तो इंसान अपनी करनी से पाता है।

मैं किसी को दुःख या सुख नहीं देता वो तो इंसान अपनी करनी से पाता है।

February 10, 2021

एक बार लक्ष्मी और नारायण धरा पर घूमने आए,कुछ समय घूम कर वो विश्राम के लिए एक बगीचे में जाकर बैठ गए।नारायण आंख बंद कर लेट गए,लक्ष्मी जी बैठ नज़ारे देखने लगीं।थोड़ी देर बाद उन्होंने देखा एक आदमी शराब के नशे में धुत गाना गाते जा रहा था,उस आदमी को अचानक ठोकर लगी, ……तो उस […]

निंदा का फल…………..

निंदा का फल…………..

February 1, 2021

एक बार की बात है की किसी राजा ने यह फैसला लिया के वह प्रतिदिन 100 अंधे लोगों को खीर खिलाया करेगा। एक दिन खीर वाले दूध में सांप ने मुंह डाला और दूध में विष डाल दी और ज़हरीली खीर को खाकर 100 के 100 अंधे व्यक्ति मर गए। राजा बहुत परेशान हुआ कि […]

ना जाने किस रूप में नारायण मिल जाए

ना जाने किस रूप में नारायण मिल जाए

January 28, 2021

हरिहर एक सीधा-साधा किसान था। वह दिन भर खेतों में मेहनत से काम करता और शाम को प्रभु का गुणगान करता। उसके मन की एक ही साध थी। वह उडुपि के भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करना चाहता था। उडुपि दक्षिण कन्नड़ जिले का प्रमुख तीर्थ था। प्रतिवर्ष जब तीर्थयात्री वहां जाने को तैयार होते […]

जीवन की सीख- जब एक छिपकली कर सकती है, तो हम क्यों नहीं?

जीवन की सीख- जब एक छिपकली कर सकती है, तो हम क्यों नहीं?

January 22, 2021

यह जापान में घटी, एक सच्ची घटना है। अपने घर का नवीनीकरण करने के लिये, एक जापानी अपने मकान की दीवारों को तोड़ रहा था। जापान में लकड़ी की दीवारों के बीच ख़ाली जगह होती हैं, यानी दीवारें अंदर से पोली होती हैं । जब वह लकड़ी की दीवारों को चीर-तोड़ रहा था, तभी उसने […]