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आपदा में हैम रेडियो निभाता है संकटमोचक की भूमिका - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
आपदा में हैम रेडियो निभाता है संकटमोचक की भूमिका

आपदा में हैम रेडियो निभाता है संकटमोचक की भूमिका

मुख्य समाचार

– ब्रह्माकुमारीज़ के हैम रेडियो क्लब ने मान सरोवर में की मॉक ड्रिल
– विदेश इटली, थाईलैंड में की हैम रेडियो से बात
– माउंट आबू इंटरनेशनल हैम रेडियो क्लब का वार्षिक हिल टॉप कॉन्टेस्ट मान सरोवर में आयोजित

शिव आमंत्रण, आबू रोड।
 ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के माउंट आबू इंटरनेशनल हैम रेडियो क्लब और गांधीनगर गुजरात के स्पर्फ एमेच्योर हैम रेडियो क्लब द्वारा संयुक्त रूप से एमेच्योर रेडियो सोसाइटी ऑफ इंडिया (एआरएसआई) के बैनर तले मान सरोवर परिसर में वार्षिक हिल टॉप कॉन्टेस्ट आयोजित किया गया। इसमें आबू के पर्वतीय स्थान पर आपदा के समय हैम रेडियो संपर्क स्थापित करने के लिए मॉक ड्रिल की गई।
बता दें कि माउंट आबू अंतरराष्ट्रीय हैम रेडियो क्लब माउंट आबू से संचालित है। यह रेडियो लाइसेंस धारकों का एक समूह है, जिन्हें भारत सरकार के संचार मंत्रालय द्वारा वायरलेस इक्विपमेंट चलाने के लिए लाइसेंस प्रदान किया गया है। ऐसे हैम रेडियो ऑपरेटर समूह द्वारा आपदा के समय अपने वायरलेस साधनों द्वारा दूरदराज क्षेत्र से भी अन्य स्थानों पर वायरलेस द्वारा संपर्क स्थापित कर सकते हैं। ऐसी आपदा के समय कैसे हम दूसरे शहरों व राजधानी से संपर्क साध सकते हैं इसकी मॉक ड्रिल की गई। इस वार्षिक हिल टॉप कॉन्टेस्ट में हैम रेडियो के मशीनों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें हैम रेडियो के एंटीना, हाई फ्रीक्वेंसी, वैरी हाई फ्रीक्वेंसी, डीएमआरडीएसआर जैसे अलग-अलग इक्विपमेंट का प्रदर्शन किया गया।

आपात काल में संकटमोचक होता है हैम रेडियो-
हैम रेडियो प्राकृतिक आपदा में संकटमोचक का काम करता है। जब संचार के सभी साधन, मोबाइल, टेलीफोन आदि फैल हो जाते हैं तब हम इसके जरिए दूसरे शहरों से संपर्क साध सकते हैं। पल-पल का अपडेट दे सकते हैं। जरूरी सूचना और संदेश ले सकते हैं। देश में जहां कहीं बाढ़, भूकंप या अन्य कोई आपदा आई है तो ऐसी जगह हैम रेडियो ने संकटमोचक की भूमिका निभाई है। सही समय पर सूचना मिलने से आपदा में जल्दी सहायता मिल सकी है।

माउंट आबू अंतरराष्ट्रीय हम रेडियो क्लब के संस्थापक बीके यशवंत पाटिल ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आपदा के पूर्व तैयारी के लिहाज से इस हिल टॉप कॉन्टेस्ट में भाग लिया गया। इसमें देश के अलग-अलग कोने से हैम रेडियो क्लब ने भाग लिया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान आसपास के अनेकों विद्यालयों और हैम रेडियो जानने की इच्छा रखने वाले एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं के लोगों ने भाग लिया। मीडिया निदेशक बीके करुणा भाई ने भी हैम रेडियो प्रदर्शन के दौरान पहुंचकर सभी का हौसला बढ़ाया और इसके बारे में गहराई से जाना।

माधव यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने ली जानकारी-
मान सरोवर में हैम रेडियो के डेमो के दौरान माधव यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने विज़िट किया। इस दौरान उन्होंने हैम रेडियो की तकनीक और उसकी उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। विद्यार्थियों ने कहा कि आज एक नई तकनीक की जानकारी मिली है कि आपदा के सब समय कैसे संपर्क स्थापित किया जा सकता है। माधव यूनिवर्सिटी की डायरेक्टर प्रियंका कौशल ने कहा कि छात्रों को यह विशेष जानकारी बहुत उपयोगी है।

हैम रेडियो से विदेश में की बात-
गुजरात गांधीनगर से आए स्पर्फ एमेच्योर हैम रेडियो क्लब के निदेशक व हिल टॉप कॉन्टेस्ट के टीम लीडर दीपक जोशी ने बताया कि हैम रेडियो की अलग-अलग तकनीक कैसे काम करती है। इसके उपयोग से हम आपदा के समय जनसाधारण को सरकार एवं अन्य संस्थानों से संपर्क स्थापित कर सकते हैं। क्यों जनसाधारण को संचार मंत्रालय से इस लाइसेंस लेने के लिए प्रयास करना चाहिए और इसे अभ्यास में रखना चाहिए। ब्रह्माकुमारी से जुड़े करीब 20 हैम रेडियो ऑपरेटर ने यहां भी यहां हैम रेडियो का संचालन कर देश-विदेश जैसे इटली, थाईलैंड जैसे विश्व के अलग-अलग कोने में हैम रेडियो द्वारा बातचीत की। इस मौके पर बीके सूर्या, बीके पवित्र, बीके शेखर, बीके रविंद्र, बीके चंद्रकांत, बीके प्रकाश मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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