- ऐसा बनें कि आपको देखकर लोगों में खुशी पैदा हो जाए
- राजयोगी किड्स समर कॉर्निवाल का शुभारंभ, देशभर से भाग लेने पहुुंचे हैं बच्चे
शिव आमंत्रण, आबू रोड/राजस्थान। राजयोगी किड्स समर कॉर्निवाल में भाग लेने के लिए देशभर से बच्चे पहुंचे हैं। ब्रह्माकुमारीज के शिक्षा प्रभाग द्वारा आयोजित कार्निवाल में बच्चों के लिए मेडिटेशन, चित्रकला, नृत्य, गायन, नींबू रेस, चम्मच रेस, बोरा रेस, खो-खो, भाषण और निबंध लेखन आदि स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही खेल-खेल में मूल्य शिक्षा दी जाएगी। समापन पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाएगा।
शांतिवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में शुभारंभ पर कार्यकारी सचिव डॉ. बीके मृत्युंजय भाई ने कहा कि देशभर से आए आप सभी बच्चे बहुत भाग्यशाली हैं कि आपके आने के पहले ही मौसम साफ हो गया। आप बहुत भाग्यशाली हैं कि परमात्मा के घर में आए हैं। यहां जो शिक्षा मिलती है उससे आपका जीवन महान बन जाएगा। संस्थान की शुरुआत में भी सबसे पहले बच्चों से ही मूल्य और नैतिक शिक्षा की शुरुआत की गई थी।
बच्चे मन के सच्चे होते हैं–
उन्होंने कहा कि संस्थान की सभी वरिष्ठ दादियों ने भी बच्चों के रूप में मूल्य शिक्षा ली और अपने साथ लाखों लोगों का जीवन श्रेष्ठ बना दिया। बच्चे मन के सच्चे होते हैं। परमात्मा की भी बच्चों पर विशेष नजर होती है, आशीर्वाद होता है। आप सभी पॉवरफुल, पीसफुल आत्माएं हैं। सदा शांति, खुशी और उमंग-उत्साह में रहें। ऐसा बनें कि आपको देखकर लोगों में खुशी पैदा हो जाए। ऐसे बच्चों को भगवान भी याद करता है कि आओ मेरे मीठे, लाड़ले बच्चे, आओ मेरे होनहार बच्चे। आप सभी यहां से ऐसे बच्चों बनकर जाएं कि जब घर जाएं तो सभी कहें कि वाह! इन्होंने कहां से शिक्षा ली है। इनका शिक्षक कौन है। आपके ऊपर सभी की निगाहें हैं इसलिए ऐसा बनें कि सब आप पर नाज करें।
आप सभी चैतन्य सितारे हो-
शिक्षा प्रभाग की राष्ट्रीय समन्वयक बीके सुमन बहन ने कहा कि आप सभी बच्चे परमात्मा के चैतन्य सितारे हैं। परमपिता परमात्मा को जब हम आत्मा समझकर याद करेंगे तो शिव बाबा से हमारी आत्मा में शक्तियां आने लगेंगी। हमें शिव बाबा का आशीर्वाद मिलता है। उनकी शिक्षाएं हमारा मार्गदर्शन करती हैं। सदा दूसरों की मदद करें। जीवन का लक्ष्य हो हमें महान कर्म करना है।
इन शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण करें-
शिक्षा प्रभाग की मुख्यालय समन्वयक बीके शिविका बहन ने कहा कि आप सभी बच्चे तीन दिन तक यहां होने वाली हर एक्टीविटीज में शामिल हों और जो यहां आपको अमूल्य शिक्षाएं दी जाएंगी उन्हें अपने जीवन में धारण करें। इससे आपका जीवन संवर जाएगा। संचालन करते हुए अजमेर से आईं बीके योगिनी बहन ने कहा कि जिस-जिस बच्चे को रोना आता है वह एक बाल बनाएं और बिफरजॉय तूफान में मन से फेंक दें। संकल्प करें कि किसी भी प्रतियोगिता में आप प्रथम आएं या फेल भी हो जाएं लेकिन मन से निराश नहीं होंगे।
अलग-अलग ग्रुप में बांटा-
बच्चों को एक्टीविटीज कराने के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाए गए। इन ग्रुप के नाम वरिष्ठ दादियों के नाम पर दादी मनोहर हाउस, दादी निर्मल शांता हाउस, दादी जानकी हाउस, दादी गुलजार हाउस, दादी चंद्रमणि हाउस, दादी प्रकाशमणि हाउस, दादी बृजेन्द्रा हाउस, दादी रतनमोहिनी हाउस के नाम पर रखे गए हैं। मधुरवाणी ग्रुप के बीके सतीष भाई, बीके भानू भाई ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।