- दवा लेकर और मेडिटेशन सीखकर नशामुक्त हो सकेंगे लोग
- ब्रह्माकुमारीज की मेडिकल विंग ने सामाजिक दायित्व निभाते हुए की शुरुआत
शिव आमंत्रण, आबू रोड/राजस्थान। मानपुर में ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र पर नि:शुल्क होम्योपैथिक नशामुक्ति केंद्र शुरू किया गया है। अब कोई भी व्यक्ति जो नशे की गिरफ्त में है और इससे मुक्त होना चाहता है तो सेवाकेंद्र पर जाकर राजयोग मेडिटेशन सीखने के साथ होम्योपैथी दवा के सहयोग से इससे दूर हो सकता है। सामाजिक दायित्व निभाते हुए संस्थान के मेडिकल विंग की ओर से यह नशामुक्ति केंद्र शुरू किया गया है, ताकि आबू रोड नगर सहित आसपास के गांवों के लोगों को इसका लाभ मिल सके। केंद्र का शुभारंभ करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष मदनदास चारण ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। आज इसकी चपेट में सबसे ज्यादा युवा पीढ़ी है। तंबाकू और शराब के सेवन से तन के साथ मन भी बीमार हो जाता है। ऐसे में ब्रह्माकुमारीज की ओर से समाजहित में यह नशामुक्ति केंद्र खोलना सराहनीय प्रयास है।
ज्ञान और दवा से नशे से होंगे दूर-
जनकपुरी महाराज ने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान लेने और मेडिटेशन सीखने के साथ दवा लेने से लोग नशे से दूर हो सकेंगे। वास्तव में नशा करना विकृत मानसिकता का परिणाम है। यदि सोच को सकारात्मक बनाएंगे तो नशा अपनेआप छूट जाएगा। संयुक्त व्यापार महासंघ अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा कि अनेक अपराधों की जड़ नशा है। नशे के कारण समाज में कई परिवार तबाह हो जाते हैं।
देशभर में जारी है नशामुक्त भारत अभियान-
मेडिकल विंग के कार्यकारी सचिव बीके डॉ. बनारसी लाल ने कहा कि संस्थान की ओर से पिछले 35 वर्षों से देशभर में नशामुक्ति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मेडिकल विंग के बीच तीन साल के लिए एमओयू साइन किया गया है। इसके तहत देशभर में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाकर दस करोड़ लोगों को नशामुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान के तहत स्कूल से लेकर कॉलेज, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और सामाजिक संस्थाओं में लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में सेमिनार, मोटिवेशनल वर्कशॉप के जरिए जागरूक किया जा रहा है। इसका परिणाम है कि आज लाखों लोग नशामुक्त होकर आध्यात्मिक जीवनशैली के साथ जी रहे हैं। हजारों परिवारों में खुशियां लौटी हैं।
तीन माह में रिकार्ड 1654 कार्यक्रम आयोजित-
डॉ. बनारसी लाल ने कहा कि तीन माह में देशभर में रिकार्ड 1654 कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनसे पांच लाख लोगों को संदेश देकर 380860 लोगों को नशामुक्ति की प्रतिज्ञाएं कराईं गईं। इनमें राजस्थान ने सबसे ज्यादा 1027 कार्यक्रम आयोजित कर रिकार्ड बनाया है। अपराध का एक बड़ा कारण नशा भी है। ऐसे में जेल में भी ब्रह्माकुमार भाई-बहनें जाकर कैदी-बंदियों को जेल से बाहर आने पर नशे से दूर रहने का संकल्प करा रहे हैं। उन्हें राजयोग मेडिटेशन का प्रशिक्षण देकर आध्यात्मिक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सेवाकेंद्र प्रभारी बीके सीमा दीदी ने बताया कि मानपुर सेवाकेंद्र पर सुबह 8 बजे से 12 बजे तक और शाम 5 से 8 बजे तक नि:शुल्क राजयोग मेडिटेशन सिखाया जाता है। साथ ही जो व्यक्ति नशा छोडऩे के लिए इच्छुक हैं उनकी काउंसलिंग कर दवा दी जाएगी।