महाशिवरात्रि पर शांतिवन मुख्यालय में आयोजन : ‘स्वर्ण स्वर भारत‘ की टीम ने दी मनमोहक प्रस्तुति, शिव की साधना में संगीत और आध्यात्म की जुगलबंदी से बांधा समा
कैलाश खेर बोले- परमात्मा की भूमि पर हो रहा है संगीत और आध्यात्म का मिलन
शिव आमंत्रण, आबू रोड । स्वरो ने जब संगीत की धुन पर शिवमय तान छेड़ी तो आध्यात्म की महफिल सज उठी। सुरों की संध्या में शब्द कंठ से बाहर निकलते तो संगीत की जुगलबंदी से स्वर्ण रूप ले लेते। ऊं ध्वनि और तालियों की गडग़ड़ाहट से हॉल परमात्मा शिव की महिमा में गूंज उठा। मौका था ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय आबू रोड स्थित शांतिवन में महाशिवरात्रि पर स्वर संध्या का। देश के जाने- माने कवि डॉक्टर कुमार विश्वास और पद्मश्री गायक कैलाश खेर ने स्वरों का ऐसा रंग जमाया कि वह थिरकने लगे। परमात्मा शिव के अवतरण की 86वीं शिवजयंती का दिन संस्थान के लिए ऐतिहासिक रहा। रियलिटी शो स्वर्ण स्वर भारत की पूरी टीम शांतिवन पहुंची। कार्यक्रम में पूरे समय परमात्मा की महिमा के गीत गूंजते रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में संस्था के वरिष्ठ बीके भाईबहनों ने शिवलिंग पर पुष्प अर्पित किए। अपनी कविताओं से सबका दिल जीतने वाले डॉक्टर कुमार विश्वास ने संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैंने अब तक हजारों प्रोग्राम किए लेकिन ब्रह्माकुमारीज़ का ये आयोजन बिल्कुल अद्भुत और अलग है। ऐसा लग रहा है जैसे अब तक जो कार्यक्रम किए वो धरती पर हुए थे, लेकिन ये कार्यक्रम स्वर्ग में आयोजित हुआ है। यहां के वातावरण में शांति का आलम और आध्यात्मिकता की छंटा है, क्योंकि यहां हर कोई नि:स्वार्थ सेवाभाव से कार्य करता है। इसलिए ये संस्था दूसरी संस्थाओं से बिल्कुल अलग है।
मुझे ऐसा लगा जैसे देवलोक में बैठे हैं- खेर
सूफी गानों से मशहूर पद्मश्री गायक कैलाश खेर ने हरि ओम ध्वनि का उच्चारण करते हुए कहा कि पृथ्वी पर एक ऐसा पर्वत है
जहां स्वयं परमात्मा विराजमान हैं। वो है आबू पर्वत और वहां ब्रह्माकुमारीज़ का आश्रम है। ये बहुत ही सौभाग्य की बात है। आज सही माइने में संगीत और आध्यात्म का मिलन हुआ है। लोगों की भीड़ देखकर उन्होंने कहा कि लग रहा है वे देवलोक में बैठे हैं। ये आम जनसभा नहीं लग रही है। गायक खेर ने अपने गीतों से सबका मन जीत लिया।
स्वर्ण स्वर भारत का टाइटल सांग लांच
इस दौरान सिंगिंग रियलिटी शो स्वर्ण स्वर भारत का टाइटल ट्रैक का एंथम सांग भी लांच किया गया। इस वीडियो में स्वर्णिम भारत की परिकल्पना की तस्वीर दिखाई गई है। शो के प्रतिभागियों ने ईश्वर एक है, इस थीम पर अलग-अलग गीत गाए। कोई प्रतिभागी दक्षिण भारत से आया, तो कोई यूपी से, तो कोई अन्य प्रांत से, कोई हिंदू है तो कोई मुस्लिम है।
परमात्मा के ऊपर अपनी बुराइयां अर्पित करें
इस दौरान संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके जयंती ने कहा कि परमात्मा शिव ने हमें इस दुनिया में एक ऐसा जीवन दिया है। जिससे हमारे अंदर दिव्यता आ जाती है। इसलिए आज के दिन हम परमात्मा शिव के ऊपर अपनी बुराईयों को अर्पण करें। कार्यक्रम में संस्थान की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी, महासचिव बीके निर्वैर, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, मीडिया प्रभाग के अध्यक्ष बीके करुणा, जी टीवी की सीईओ अपर्णा भोंसले, अनुराधा भोंसले, फैथम पिक्सर्च के सीईओ राम मिश्रा, क्रिएटिव हेड सतीश, आबू रोड नपाध्यक्ष मगनदान चारण, विस के पूर्व उपमुख्य सचेतक रतन देवासी सहित बीके भाई-बहन उपस्थित रहे। संचालन सीनियर राजयोगा टीचर बीके अस्मिता ने किया।