सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
नारी को शक्ति बनाने का ऐसा संकल्प कि सारी जमीन-जायजाद बेचकर ट्रस्ट बनाया, संचालन की जिम्मेदारी सौैंपी और खुद हो गए पीछे दूसरों के प्रति मधुरता और करुणा का व्यवहार रखें आध्यात्मिकता और नैतिक, मूल्य शिक्षा से ऊंचा उठेगा समाज का स्तर: डॉ. बीके मृत्युंजय भाई तीन हजार श्रमिकों को कराया नशामुक्ति का संकल्प ब्रह्ममुहूर्त में राजयोग मेडिटेशन से की नव वर्ष की शुुरुआत ब्रह्माकुमारीज़ सेवाकेंद्रों पर मौन रखकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को दी श्रद्धांजली विश्व को शांति और सद्भावना की ओर ले जाने का कदम है ध्यान दिवस
दूसरों के प्रति मधुरता और करुणा का व्यवहार रखें - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
दूसरों के प्रति मधुरता और करुणा का व्यवहार रखें

दूसरों के प्रति मधुरता और करुणा का व्यवहार रखें

मुख्य समाचार
  • पतंग उड़ाकर और मुख मीठाकर मनाई मकर संक्रांति
  • मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी ने दी शुभकामनाएं

शिव आमंत्रण, आबू रोड (राजस्थान)। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मुख्यालय शांतिवन में मकर संक्रांति मनाई गई। इस दौरान मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतन मोहिनी ने सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देकर पतंग उड़ाई। साथ ही सभी का मुख मीठा कराया गया।
इस दौरान अतिरिक्त महासचिव बीके करुणा भाई ने कहा कि मकर संक्रांति आपसी प्यार और भाईचारा बढ़ाने का त्योहार है। यह त्योहार हमें संदेश देता है कि जीवन एक पतंग की तरह है। हम जितना मन से हल्के रहेंगे उतना उड़ते रहेंगे अर्थात मन से प्रसन्न और खुश रहेंगे।

बीके ऊषा दीदी ने कहा कि मकर संक्रांति के समय सूर्य उत्तरायण होता है, जो प्रकाश, ज्ञान और सकारात्मकता का प्रतीक है। यह आत्मा के अज्ञान (तमोगुण) से ज्ञान (सतोगुण) की ओर बढ़ने का समय है। आत्मा को अपने भीतर के अंधकार से बाहर निकालकर सत्य के प्रकाश में लाने का अवसर है। बीके गीता दीदी ने कहा कि यह पर्व आत्मा के अंदर की नकारात्मक प्रवृत्तियों, जैसे क्रोध, ईर्ष्या और लोभ को समाप्त कर सकारात्मक गुणों, जैसे शांति, प्रेम और खुशी को धारण करने की प्रेरणा देता है।

बीके डॉ. सविता दीदी ने कहा कि मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ का उपयोग किया जाता है, जो मीठे और दृढ़ संस्कारों का प्रतीक है। जो दूसरों के प्रति मधुरता और करुणा का व्यवहार रखने का संदेश देता है।
पंजाब जोन की निदेशिका बीके उत्तरा दीदी ने कहा कि सूर्य का मकर राशि में प्रवेश यह संदेश देता है कि आत्मा को अपने जीवन का उद्देश्य समझकर, ईश्वरीय मार्गदर्शन में चलते हुए, अपने उच्चतम लक्ष्य आत्मिक उन्नति की ओर बढ़ना चाहिए।
इस मौके पर विशेष रूप से बीके प्रेम दीदी, बीके हंसा दीदी, बीके बिंदू दीदी, बीके आत्म प्रकाश भाई, बीके प्रकाश भाई सहित बड़ी संख्या में भाई-बहनें मौजूद रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में भाई-बहनों ने पतंग उड़ाकर मकर संक्रांति मनाई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *