- नेशनल मीडिया ट्रेनिंग शुरू, मीडिया की बारीकियां सीखने देशभर से पहुंचे ब्रह्माकुमार भाई-बहनें
- समाचार लेखन से लेकर न्यूज एंकरिंग, लाइव रिपोर्टिंग के गुर सीखेंगे
- देश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार दे रहे हैं ट्रेनिंग
- भारत सहित नेपाल से 400 से अधिक प्रशिक्षु पत्रकार ले रहे हैं भाग
शिव आमंत्रण,आबू रोड (राजस्थान)। मूल्यनिष्ठ और आध्यात्मिक पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मीडिया विंग ने सकारात्मक पहल शुरू की है। इसके लिए युवा ब्रह्माकुमार भाई-बहनों को बाकायदा पत्रकारिता की बारीकियां सिखाईं जा रही हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार इन्हें समाचार लेखन से लेकर न्यूज एंकरिंग, लाइव रिपोर्टिंग के गुर सिखा रहे हैं। शांतिवन मुख्यालय के मनमोहिनीवन स्थित ग्लोबल ऑडीटोरियम में आयोजित चार दिवसीय नेशनल मीडिया ट्रेनिंग में भारत सहित नेपाल से 400 से अधिक ब्रह्माकुमार भाई-बहनें भाग ले रहे हैं।
मीडिया एवं पीआर ऑफिस द्वारा आयोजित ट्रेनिंग के शुभारंभ पर नोएडा से आईं वरिष्ठ पत्रकार कोमल शर्मा ने कहा कि खबर लिखते समय हमेशा ध्यान रखें कि उसके तथ्यों में सच्चाई हो, खबर का प्रस्तुतिकरण स्पष्ट, सरल और आकर्षक हो। इलेक्ट्रानिक मीडिया की रिपोर्टिंग में आपके शब्द, भाव, बॉडी लैग्वेंज का बहुत महत्व होता है। समय, परिस्थिति और घटना के हिसाब से हमारे बोलने का लहजा हो। रायपुर से आईं वरिष्ठ पत्रकार प्रियंका कौशल ने कहा कि सामाजिक बदलाव लाने में मीडिया की बड़ी भूमिका है। संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन भाई ने कहा कि समाचार द्वारा समाज का कल्याण हो। न्यूज़ का अर्थ है नई चीज। जिसमें चारों दिशाओं की सूचना होगी, वह न्यूज़ है। मैं पदमापदम सौभाग्यशाली हूं इस स्वमान में रहकर कार्य करना है।
न्यूज एक सकारात्मक एनर्जी है...
कार्यकारी सचिव बीके डॉ. मृत्युंजय भाई ने कहा कि खुशी बांटने का तरीका सत्यता है। हमें स्वमान में रहकर सारे विश्व को ज्ञान देना है। आपने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार एक संपादक ने कहा था कि आपके यहां तीन पेज की मुरली पढ़कर लोग खुश हो जाते हैं और दूसरी तरह समाज में लोग पूरा अखबार पढ़कर भी इतने खुश नहीं होते हैं। सत्यता की ताकत सबसे बड़ी ताकत है जो हर तरह का परिवर्तन कर सकती है। मीडिया चाहे तो देश को नई दिशा में ले जा सकता है। न्यूज एक सकारात्मक एनर्जी है।
मूल्यनिष्ठ मीडिया को बढ़ावा देना है…
मल्टी मीडिया निदेशक करुणा भाई ने कहा कि सत्यम शिवम सुंदरम बाबा के बच्चों के लिए ये स्लोगन सही है। शिव बाबा ने हमें जिम्मेदारी दी है कि सभी आत्माओं को परमात्मा का परिचय देना। पत्रकारों को लिखने की कला चाहिए। हम क्या लिख रहे हैं, कैसे लिख रहे हैं यह बहुत जरूरी है। आज सोशल मीडिया प्लेटफार्म बहुत आगे बढ़ गया है। इसलिए वर्तमान में इसका नॉलेज बहुत जरूरी है। डिजिटल मीडिया की डेफ्ट में हम सभी को जाना पड़ेगा। एक बार आपने कुछ लिखा और वह डिजिटल में गया तो उसे मिटा नहीं सकते हैं। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का भी ज्ञान होना जरूरी है। प्राउंटिंग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का पहला सोर्स है। हम सभी को मूल्यनिष्ठ मीडिया को बढ़ावा देना है।
गंभीरता और दिव्यता का बैलेंस हो-
प्रयागराज से आईं वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके मनोरमा दीदी ने कहा कि मीडिया को गंभीरता और दिव्यता का बैलेंस रखना होगा। दिव्यता को समाज तक पहुंचाना होगा। मीडिया वह औजार है जो लोगों को निगेटिव और पॉजीटिव भी पहुंचाता है। हमें समाज को स्वस्थ और दिव्य बनाना है।
नेशनल मीडिया को-ऑर्डिनेटर बीके शांतनु भाई ने कहा कि मीडिया का काम है हर दिशा की खबर समाज में पहुंचाना। हमें हर चीज सीखनी होगी। सत्यता के आधार पर न्यूज़ बनाना है। हम ऐसी न्यूज़ लिखें जो सदाचार पत्र बन जाए और आकाशवाणी अमृतवाणी बन जाए। दूरदर्शन दिव्य दर्शन बन जाए। ऐसी पत्रकारिता से ही समाज में बदलाव आएगा।
हमेशा जागरूक और सतर्क रहें-
पीआरओ व मधुबन न्यूज़ के डायरेक्टर बीके कोमल भाई ने कहा कि एक अच्छे पत्रकार की हमेशा तीसरी आंख खुली रहती है। वह हमेशा सतर्क, जागरूक, अपडेट रहता है। इसलिए आप सभी भविष्य के भावी पत्रकार हो तो अभी से अपने जीवन में चीजों को देखने, समझने का नजरिया बदल दें। आप सभी ट्रेनिंग का लाभ लेकर अपने पत्रकारिता के कौशल में निखार लाएं। भोपाल से आईं बीके डॉ. रीना दीदी ने मंच संचालन किया। इस मौके पर सागर से डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि के डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. संजीव सराफ, बीके पुष्पेंद्र, बीके दलजीत, बीके रावेंद्र, बीके कमल छाबड़ा, बीके प्रहलाद सहित देशभर से आए 400 से अधिक प्रशिक्षु पत्रकार मौजूद रहे।
विज्ञापन का जादू पुस्तक का विमोचन-
ट्रेनिंग के शुभारंभ पर मप्र सागर से आए इंक मीडिया इंस्टीट्यूट के निदेशक, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. आशीष द्विवेदी द्वारा लिखी गई पुस्तक विज्ञापन का जादू का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। इस दौरान डॉ. द्विवेदी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ से जुड़े युवा पत्रकारिता में रुचि ले रहे हैं, इसकी बारीकियां सीक रहे हैं यह बहुत ही खुशी की बात है। हमारे छोटे-छोटे प्रयास एक दिन समाज में बड़ा बदलाव लाते हैं, इसका सबसे बड़ा उदाहरण ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान है। बहुत छोटे से स्तर पर हुई शुरुआत आज इतने विशाल रूप में विश्वभर में सेवाएं दे रहा है। यहां का मैनेजमेंट काबिलेतारीफ है।