विश्व पर्यावरण दिवस पर बीके वसुधा के विचार
शिव आमंत्रण, कादमा। ब्रह्माकुमारीज के कादमा (हरियाणा) सेवाकेंद्र में दैनिक जागरण समाचार पत्र द्वारा आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा के साथ सभी ब्रह्माकुमारी बहनों ने मौन योग साधना कर कोरोना महामारी पर विजय, कोरोना योद्धाओं को शक्ति एवं दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए परमपिता परमात्मा से शक्ति प्राप्त कर शुद्ध व श्रेष्ठ वायब्रेशन वातावरण में फैलाए।
सर्वधर्म प्रार्थना सभा मौन साधना के बाद विश्व पर्यावरण दिवस पर कादमा सेवाकेंद्र पर वृक्षारोपण करते हुए सेवाकेंद्र प्रभारी बीके वसुधा ने कहा, कि राजयोग (मेडिटेशन) मौन के नियमित अभ्यास से आध्यात्मिकता को जीवन मे अपना कर हम पर्यावरण प्रदूषण एवं मानसिक प्रदूषण से अपनी रक्षा कर कोरोना जैसी महामारी पर भी जीत पा सकते हैं ।
उन्होंने कहा, की पर्यावरण प्रदूषण तो शारीरिक स्वास्थ्य की समस्याएं पैदा करता है परंतु मानसिक प्रदूषण मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक व एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जिससे समाज का टूटना संभव है।
बीके वसुधा ने कहा, कि पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगा कर प्रकृति को हरा भरा बनाना होगा तथा मानसिक प्रदूषण को ठीक करने के लिए हर रोज अपनी रोजमर्रा के कार्य करते हुए कुछ समय स्वचिंतन एवं परमात्म चिंतन के लिए अवश्य निकालना चाहिए तभी हमारा मनोबल बढ़ेगा। स्वस्थ मन से ही हम स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं और प्राकृतिक व सामाजिक समस्याओं का समाधान भी संभव है।
इस अवसर पर बीके ज्योति ने कहा, कि मेडिटेशन एक ऐसी औषधि है जिससे हम अपने घर-परिवार-समाज का वातावरण शुद्ध व पवित्र बना सकते हैं। इसलिए हमें वर्तमान समय आवश्यकता है अपने स्वयं के लिए कुछ समय निकालने की। क्योंकि आज भागदौड़ की जिंदगी में मनुष्य अनेक प्रकार के भय, रोग, शौक, तनाव से ग्रसित होते जा रहा है इससे बचने के लिए हमें मेडिटेशन की अति आवश्यकता है तभी हम, हमारा परिवार, पर्यावरण शुद्ध, पवित्र व सुख शांति से भरपूर हो सकता है।