सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
परमात्मा ही नई सतयुगी सृष्टि की स्थापना का दिव्य कार्य कराते हैं: बीके जयंती दीदी भगवान शिव हमारे ज्ञान, योगबल और दृष्टिकोण को नई दिशा देते हैं: लोस अध्यक्ष ओम बिरला शिव ध्वज के नीचे कराया सभी के प्रति शुभ भावना-शुभ कामना रखने का संकल्प मेडिटेशन से माइंड होता है डिट्रॉक्स: बीके शिवानी दीदी रेडियो मधुबन के सहयोग से महिलाओं को मिल रहा स्वरोजगार: एसडीएम खून गाढ़ा होने से होती हैं बीमारियां: पद्यश्री डॉ. खादरवली माउंट आबू से निकला शान्ति, राजयोग और अध्यात्म का संदेश आज विश्वभर में गूंज रहा है
दादी ह्दयमोहिनी के मेमोरियल का स्टोन स्थापित - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
दादी ह्दयमोहिनी के मेमोरियल का स्टोन स्थापित

दादी ह्दयमोहिनी के मेमोरियल का स्टोन स्थापित

मुख्य समाचार

इस मेमोरियल के जरिये दादी हमेशा याद आयेगी : दादी रतनमोहिनी

शिव आमंत्रण, आबूरोड। दरअसल ब्रह्माकुमारीज संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी जी के स्मृति में संस्थान के शांतिवन में मेमोरियल की स्टोन सेरिमनी कर दादी जी के अस्थियों को स्थापित किया गया। इस स्टोन सेरिमनी कार्यक्रम के अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, महासचिव बीके निर्वेर, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य बीके करुणा, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी तथा दादी ह्दयमोहिनी की व्यक्तिगत सचिव रहीं बीके नीलू समेत संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अस्थि रखकर शिलान्यास किया।इस दुनिया में परमात्मा को साकार करने वाली राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी जी हमारे बीच नहीं है। लेकिन उनकी स्मृति में शांतिवन में बनने वाला अव्यक्त लोक लोगों को आजीवन शांति, आनन्द और ईश्वरीय स्मृति का अनुभव कराता रहेगा। संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच में दादी के निवास स्थल के सामने उनके बनने वाले मेमोरियल की नींव रखी गयी। इस अवसर पर संस्थान की मुखिया दादी रतनमोहिनी ने कहा, कि दादी हमेशा इस मेमोरियल के जरिये याद आयेगी।

कार्यक्रम के दौरान बीके नीलू, बीके तारा तथा बीके मृत्युंजय ने उनकी अस्थियों को भूमि में स्थापित किया। इसके साथ ही आस पास खड़े संस्थान के आमंत्रित लोगों ने नींव की इंट को हाथ लगाकर दादी जी को याद किया। गौरतलब है कि संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी जी ने 11 मार्च को अपने नश्वर शरीर का त्याग किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *