शिव आमंत्रण,आबू रोड/राजस्थान। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के कम्युनिटी रेडियो स्टेशन रेडियो मधुबन (107.8 एफएम) और महिला प्रभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर शिवशक्ति कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें शहर की जानीं-मानीं महिलाओं ने भाग लिया।
महिला प्रभाग की मुख्यालय संयोजिका बीके डॉ. सविता दीदी ने कहा कि नारी शक्ति का अवतार है। नारी में अनंत शक्तियां हैं। इसलिए कभी भी नारी खुद को अबला या कमजोर नहीं महसूस करें। नारी में ही वह शक्ति है कि वह दुनिया को बदल सकते है। परमपिता परमात्मा ने भी विश्व परिवर्तन की जिम्मेदारी नारी के जिम्मे सौंपी है। डॉ. केदार ने कहा कि आज जीवन के हर क्षेत्र में नारी अपनी प्रतिभा साबित कर रही है। रेडियो मधुबन के को-ऑर्डिनेटर बीके यशवंत ने कहा कि रेडियो मधुबन का प्रयास है नारी शक्ति को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना।
महिलाएं हो रही हैं जागरूक-
हिंसा को नो प्रोजेक्ट के बारे में पवन कुनवर ने बताया कि आबू के आसपास के गांवों में महिलाओं को जागरूक करने के लिए हिंसा को नो प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है। इसके बहुत ही सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। महिलाएं अब पहले की अपेक्षा पूरी निडरता और निर्भयता के साथ अपनी बात रखने लगी हैं। उनमें झिझक दूर हो रही है। इसके लिए चार गांव में महिलाओं के संगठन बनाए गए हैं। प्रत्येक सप्ताह इनकी रेडियो मधुबन की टीम द्वारा बैठक ली जाती है।
नारी खुद कर सकती है अपनी सुरक्षा-
निर्भया स्क्वॉड की सीनियर कांस्टेबल सुलोचना बहन ने कहा कि नारी स्वयं ही शक्ति है। उसे बस थोड़ा उजागर करने की जरूरत है। नारी शक्ति के कई रूप हैं। जब उस पर विपदा आती है तो वह काली भी बन जाती है। वह अपनी सुरक्षा खुद कर सकती है। जब जरूरत पड़े तो बेटियों को, नारी को महाकाली का रूप धारण करना चाहिए। डरने की जरूरत नहीं है। खुद में आत्म विश्वास जगाएं। मजबूत बनें, कमजोर नहीं। निर्भया स्क्वॉड टीम का काम है जो महिलाएं घर से बाहर जाती हैं, स्कूल विद्यार्थी हैं उनकी मदद के लिए यह टीम बनाई गई है। आप निर्भर टीम के पास कॉल करके मदद ले सकते हैं। इसके लिए एक विशेष नंबर जारी किया गया है।
पढ़ाई की नहीं होती है कोई उम्र–
इस दौरान रेडियो मधुबन की ओर से पढ़ाई की उम्र नहीं होती नाटक की शानदार प्रस्तुति दी गई। इसके माध्यम से संदेश दिया गया कि यदि मन में बुलंद इरादा हो, कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो हम किसी भी उम्र में पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। जरूरत है तो हिम्मत का पहला कदम बढ़ाने की। इसलिए कभी यह न सोचें कि मेरी अब पढ़ाई की उम्र नहीं रही है। अब मेरी उम्र हो गई है। जीवन के किसी भी पड़ाव पर आप पढ़ाई कर सकते हैं। दुनिया में ऐसे कई लोग हुए हैं जिन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद पढ़ाई की है।
भजनों की प्रस्तुति से किया मंत्रमुग्ध–
जिला पंचायत की पूर्व सभापति पायल परसरामपुरिया ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान भजन और गीत की प्रस्तुति नंदू कुनवर की टीम ने प्रस्तुति दी। स्वागत भाषण आरजे बीके ऊषा बहन ने दिया। स्वागत नृत्य बीके निर्मला बहन ने किया। इस दौरान वूमन हेल्थ एंड लॉ प्रोग्राम की भी लांचिंग की गई। संचालन आरजे बीके आयुषी बहन ने किया। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान सिरोही द्वारा आरसेटी बाजार लगाया गया। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित वस्तुएं शामिल थीं।