- राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी के 99वें जन्मदिन पर गुजरात के मुख्यमंत्री ने नशामुक्त भारत अभियान की राष्ट्रीय लांचिंग की
- ब्रह्माकुमारी संस्थान और भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग देशभर में चलाएगा नशामुक्ति भारत अभियान
शिव आमंत्रण,आबू रोड/राजस्थान। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी के 99वें जन्मदिन पर नशामुक्ति भारत अभियान की राष्ट्रीय लांचिंग की। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्जवलन कर और हरी झंडी दिखाकर अभियान का शुभारंभ किया।
शांतिवन के विशाल डॉयमंड सभागार में 15 हजार से अधिक लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संगठन विश्व के 140 देशों में जनमानस का सामाजिक और आध्यात्मिक सशक्तिकरण कर रहा है। गौरव का विषय है कि संस्थान के मेडिकल विंग को पूरे भारतवर्ष में नशामुक्ति भारत अभियान चलाने के लिए चुना गया है। व्यसनमुक्ति अभियान हो या स्वच्छता अभियान, जल संरक्षण अभियान समाज में चेतना जगाने का हर संभव प्रयास भाई-बहनें कर रहे हैं। युवा धन नशे से मुक्त रहकर सशक्त बने यह हमारा दायित्व है। ब्रह्माकुमारीज इस दायित्व को निभाते हुए नशामुक्त भारत अभियान प्रारंभ कर रही है। गुजरात में ग्राउंड लेवल से नशामुक्ति के लिए सरकार कार्य कर रही है। समाज को नशे से मुक्त रखने की भावना को केंद्र में रखते हुए ब्रह्माकुमारी ने नशामुक्त भारत अभियान के तहत व्यापक आयोजन किए हैं, यह अभिनंदनीय है। लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन देकर उन्हें नशे से दूर रखना और नशामुक्त करना एक बड़ी जिम्मेदारी है।
मैं संस्था के आदर्शों से परिचित हूं-
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने सबका साथ, सबका विकास का नारा दिया है। ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा इसी भावना के साथ सबका साथ और सबका विकास को लेकर आध्यात्मिक मार्गदर्शन, पर्यावरण सुरक्षा, समाजसेवा के सामाजिक सरोकार को साकार करते हुए विभिन्न आयोजन होते हैं। संस्था के इन प्रयासों की सफलता गौरव की बात है। मैं संस्था के आदर्शों से परिचित हूं। यह संस्था एक साधारण आध्यात्मिक संगठन से प्रारंभ होकर एक वैश्विक संगठन बन गया है।
99वें जन्मदिन पर दादीजी की सेवाओं को सराहा
सीएम पटेल ने कहा कि राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी के 99वें जन्मदिवस को समाजसेवा के अभियान के साथ मनाया जा रहा है, यह सोने पर सुहागा के समान अवसर है। आध्यात्मिक जीवन की महान यात्रा में दादीजी ने परमात्म प्रेम और विश्व सेवा में स्वयं को समर्पित कर दिया है। विश्व के अनेक आत्माओं को प्रकाशित कर हीरे के समान बना दिया है। दादीजी के प्रयासों से हजारों लोगों को मार्गदर्शन मिला है। दादीजी की प्रेरणा से समाजसेवा के कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
ब्रह्माकुमारीज का जल संरक्षण की दिशा में बहुत ही सराहनीय कार्य-
मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज, भारत सरकार के जलशक्ति मंत्रालय के साथ मिलकर जल संरक्षण की दिशा में जल जन अभियान चला रही है। संस्था 22 मार्च से पूरे भारत में जल सप्ताह के कार्यक्रम करने जा रही है। संस्था के शांतिवन में 32 लाख लीटर जल संग्रहण की व्यवस्था की गई है, यह अभिनंदनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात में सुजलाम-सुफलाम जल अभियान बहुत सफल रहा है। प्रदेश में इस अभियान से 86 हजार लाख से अधिक जलकूप संग्रह क्षमता का बढ़ावा हुआ है। ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा भी जल संरक्षण के लिए इको फ्रेंडली क्षमता का विकास किया गया है। संस्था जल संरक्षण की दिशा में बहुत ही सराहनीय कार्य कर रही है।
शुभ कार्य में सदा सहयोग जरूर करें-
- मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने कहा कि सुखदाता, परमपिता शिव परमात्मा की संतान हमारे प्यारे भाई और बहनें और भूपेंद्र भाई का स्वागत है।
- अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी ने कहा कि हमें जब भी कभी जीवन में किसी शुभ कार्य के लिए निमंत्रण मिले तो समय निकालकर वहां जरूर पहुंचना चाहिए। इससे हमें जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। समाज में सहयोग की भावना का विकास होता है। 13 वर्ष की आयु में दादी रतनमोहिनी के संपर्क में आईं। दादीजी के जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है कि जीवन में कितनी भी परिस्थितियां आएं हम सदा मुस्कुराते रहें।
- स्वागत भाषण देते हुए कार्यकारी सचिव डॉ. बीके मृत्युंजय ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज परिवार में मुख्यमंत्री को स्वागत है। संस्थान के प्रति सदा आपका सहयोग रहता है। संचालन बीके शिविका ने किया। बता दें कि ब्रह्माकुमारीज एवं केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग द्वारा संयुक्त रूप से देशभर में नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जाएगा।
झलकियां–
- हैलीपेड पर भाजपा विधायक जगसीराम कोली, समाराम गरासिया और ब्रह्माकुमारीज के कार्यकारी सचिव डॉ. बीके मृत्युंजय ने पुष्पगुच्छ और फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।
- समारोह में दादी रतनमोहिनी द्वारा की गईं विश्व सेवाओं और उपलब्धियों को लेकर डॉक्यूमेंटी फिल्म दिखाई गई।
- डायमंड हॉल में सभी राज्यों को दर्शाती और नशामुक्ति का संदेश देती रैली निकाली गई।
भारत में 372 जिले सबसे ज्यादा नशे की गिरफ्त में-
कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ. गोमती अग्रवाल ने बताया कि भारत में 372 जिलों सबसे ज्यादा नशे की गिरफ्त में हैं। भारत में हर आठ सेकंड में नशे के चलते एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। एक दिन में 3750 और प्रतिवर्ष 13 लाख लोगों की मृत्यु केवल तंबाकू के सेवन से होती है। सभी तरह के नशे को आंकड़े पर नजर डालें तो एक साल में भारतवर्ष में 35 लाख लोगों की मौत हो जाती है। राजस्थान में 22 फीसदी भाई और 6 फीसदी बहनें तंबाकू को सेवन करती हैं। इसका प्रभाव हमारी नई पीढ़ी पर भी पड़ रहा है। आज 45 फीसदी बच्चों को आयु के अनुसार वजन कम है। 35 फीसदी बच्चों का आयु के अनुसार हाइट कम है। तंबाकू में ऐसे तत्व होते हैं जो कैंसर की कोशिकाओं को जन्म देते हैं। इसमें पाया जाने वाला निकोटीन थीमा जहर है। नशे से हमारा डीएनए तक प्रभावित होता है। इससे आने वाली पीढ़ी में कैंसर होने के खतरे बढ़ जाते हैं। भारत में 37 लाख लोगों की कैंसर से हर साल मौत हो जाती है। हमारे हार्ट की खून ले जाने वाली धमनियां में एंडोथीलियम होती है और सिगरेट पीने से उसमें कोलेस्ट्रोल चिपकना शुरू हो जाता है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है। प्रतिवर्ष हमारे देश में 44 लाख लोगों की मृत्यु हार्ट अटैक के कारण होती है। आज हमारे देश में 13 फीसदी लोग शराब का इस्तेमाल करते हैं। इससे प्रतिवर्ष दो लाख 60 हजार लोगों की मृत्यु हो जाती है। इसमें से 50 फीसदी लोगों की मौत का कारण लीवर सिरोसिस होता है। 5500 बच्चे हर रोज नशे करने वालों की भीड़ में शामिल हो जाते हैं।
आज से हम सबको एक व्यसनमुक्ति के एजेंट के रूप में काम करना है ताकि हम समाज को नशामुक्त कर सकें। ब्रह्माकुमारीज ने यह संकल्प लिया है कि हम आने वाली पीढ़ी, युवा और बच्चों को नशे की गिरफ्त में जाने से बचाएं। यही बच्चे देश का भविष्य और भावी कर्णधार हैं। यदि हमने युवा पीढ़ी को नहीं बचाया तो आने वाले भारत के भविष्य को नहीं बचा पाएंगे।
मेडिकल विंग पर एक नजर-
राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के तहत संचालित मेडिकल विंग द्वारा पिछले 35 वर्षों से मेडिकल फील्ड में सेवाएं की जा रही हैं। विंग से जुड़े चार हजार से अधिक डॉक्टर नि:शुल्क सेवाएं दे रहे हैं। विंग द्वारा अब तक 20 लाख से अधिक लोगों को नशामुक्ति का संदेश दिया जा चुका है। साथ ही हर वर्ष हजारों स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान, योग शिविर, नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जाता है।