- ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अंतराष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का समापन
- देश-विदेश से वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी भाई-बहनों ने लिया भाग
शिव आमंत्रण,आबू रोड। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन में चल रही आठ दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का गुरुवार को समापन हो गया। इसमें सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि वर्ष 2024-25 में ब्रह्माकुमारीज़ के सभी रिट्रीट सेंटर, सेवाकेंद्र, उपसेवाकेंद्रों और पाठशालाओं में आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वच्छ और स्वस्थ समाज थीम पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही 60 सूत्रीय एजेंडे को लेकर सामाजिक सेवाओं को गति देने के लिए रूपरेखा बनाई गई। समापन पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें सभी वरिष्ठ बहनों का चुनरी पहनाकर सम्मान किया गया। मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतन मोहिनी के जीवन पर बनी स्मारिका बुक का भी विमोचन किया गया।
अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी मोहिनी दीदी ने कहा कि आज की दुनिया में शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य बहुत जरूरी है। दौड़ती भागती जिंदगी, स्पर्धा के चलते लोग अपना ध्यान नहीं रखते हैं और शरीर बीमारियों का शिकार हो जाता है। साथ ही मानसिक दबाव के चलते तनावग्रस्त हो जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष की थीम आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वस्थ एवं सुखी समाज को लिया गया है। इसके तहत लोगों को कार्यक्रमों के माध्यम से अध्यात्म का जीवन में महत्व, राजयोग मेडिटेशन, स्वस्थ एवं सुखी समाज बनाने में हमारी क्या भूमिका हो सकती है इस पर जोर दिया जाएगा। आध्यात्मिकता को अपनाने से ही समाज स्वस्थ और सुखी हो सकता है। उन्होंने भाई-बहनों से आहृान किया कि राजयोगी जीवन में बहुत अनुशासन जरूरी है, तभी हमारी उन्नति होती है। हर चीज जब अनुशासन में चलती है तो हम दूसरों के लिए आदर्श बन जाते हैं। आदर्श जीवन से ही कोई प्रभावित होता है। इसलिए अपना जीवन आदर्श बनाएं।
आपस में मिल-जुलकर रहें–
समारोह में अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी जयंती दीदी ने कहा कि जैसे आसमान में सभी तारे मिलजुलकर रहते हैं, चमकते हैं वैसे ही हमें अपना जीवन बनाना है। आपस भी सभी भाई-बहन मिल-जुलकर रहें, प्रेम-स्नेह से रहें। ताकि आपका धारणायुक्त जीवन देखकर लोग कर्मों से प्रेरणा लेकर खुद को बदल सकें। संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी ने कहा कि हर वर्ष राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का यही उद्देश्य रहता है कि संस्थान की सेवाओं को और दुरुस्त और समाजोपयोगी कैसे बनाया जाए। समाज के प्रत्येक वर्ग तक आध्यात्मिक ज्ञान कैसे सरल और सहज रीति से पहुंचाया जाए।
सभी 21 प्रभागों ने तय किया एजेंडा–
बैठक में विशेष रूप से राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के तहत संचालित सभी 21 प्रभागों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयोजकों ने सालभर के लिए अपने-अपने प्रभाग का सेवा के लिए एजेंडा तय किया। इसमें सभी ने सर्वसहमति से तय किया की मुख्यालय में दो बार प्रत्येक प्रभाग का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। साथ ही रिट्रीट सेंटर और बड़े सेवाकेंद्रों पर मेगा सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
नशामुक्ति और राजऋषि गोकुल गांव पर रहेगा जोर–
बैठक में तय किया गया कि मेडिकल विंग द्वारा जोर-शोर से इस वर्ष भी नशामुक्त भारत अभियान चलाया जाएगा। स्कूल से लेकर कॉलेज विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणाम बताए जाएंगे। इसके अलावा राजऋषि गोकुल गांव, महिला सशक्तिकरण, युवा विकास, बाल संरक्षण, बाल व्यक्तित्व विकास, समाज सेवा के विभिन्न आयामों पर चर्चा करके सामाजिक आयोजन करने की रूपरेखा तैयार की गई। छोटे बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। बैठक का संचालन कार्यकारी सचिव बीके डॉ. मृत्युंजय भाई ने किया।