– पूर्व केंद्रीय मंत्री निशंक बोले- ब्रह्माकुमारीज़ आत्मा को परमात्मा से जोड़ रही है
– वैश्विक शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन राजनीतिज्ञ और मीडिया जगत की हस्तियां ने की शिरकत
– तीन हस्तियों को दिया गया राष्ट्र चेतना पुरस्कार
शिव आमंत्रण, आबू रोड/राजस्थान। ब्रह्माकुमारीज़ के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन में आयोजित चार दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेलन का शनिवार को उद्गाटन किया गया। नए युग के लिए दिव्य ज्ञान विषय पर संबोधित करते हुए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री भगवंत खुबा ने कहा कि भारत ऋषि-मुनियों, तपस्वियों, योगियों का देश है। भारत ज्ञान-विज्ञान और अध्यात्म से विश्वगुरु था। कई कारणों से बीच में विकृति आई, इस कारण दुनिया में अशांति, अधर्म, असत्य आया। भारत ही एकमात्र देश है जो विश्व को दिशा, शांति और धर्म दे सकता है। एक बार फिर से दुनिया को प्रेरित करने का समय आया है।
केंद्रीय मंत्री खुबा ने कहा कि क्लाइमेट चैंज के कारण दुनिया में कई बदलाव हो रहे हैं। क्लाइमेट चैंज को फिर से पूर्व की स्थिति में ले जाना है। पानी, ऊर्जा का उपयोग सावधानी से करना होगा। विज्ञान का मानवहित में होना जरूरी है। जी-20 सम्मेलन में वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर के माध्यम से भारत ने विश्व को दिखाया है कि हम वसुधैव कुटुम्बकम की बात सोचते ही नहीं करते भी हैं। जब तक नारी शक्ति का उपयोग विश्व पूर्ण क्षमता के साथ नहीं करता है तब तक पूरा विकास नहीं कर सकता है। जो बातें हम करते हैं उसे आचरण में लाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
आत्मा को परमात्मा से जोड़ रही है संस्था-
हरिद्वार से सांसद व पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल (निशंक) ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ आत्मा को परमात्मा से जोड़ रही है। मनुष्य को मनुष्य बनाए रखने और संकल्प से सिद्धी की ओर की ब्रह्माकुमारीज़ की यह यात्रा प्रेरणास्रोत है। यहां से जुड़े ब्रह्माकुमार भाई-बहनें इस यात्रा के साक्षी हैं। हमारे ग्रंथों में कहा गया है कि यत्र नार्यस्ते पूज्यंते रमंते तत्र देवता: अर्थात जहां नारियों की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। नारियों को जो सम्मान और स्थान इस विश्व विद्यालय में दिया जाता है वह और कहीं देखने को नहीं मिलता है। हमने पूरी पृथ्वी को मां कहा है। हमने वसुधैव कुटुम्बकम् की बात की, लेकिन सिर्फ कुटुम्ब नहीं माना है बल्कि सर्वे भवंतु सुखिन:, सर्वे संतु निरामया: सबके सुख और स्वस्थ होने की कामना भी की है। यह विचार सिर्फ हमारे भारत में है। नए युग का भारत विश्वगुरु के रूप में उभर रहा है। मृत्यु को जीतकर जो अमरता की बात करता है वह सिर्फ हमारा भारत ही करता है। उन्होंने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी- 2020 का जिक्र करते हुए कहा कि आज हम जिस यात्रा और लक्ष्य की बात कर रहे हैं उसमें हमने उन बातों और सिद्धांतों को इसमें शामिल किया है। इसकी सराहनी ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने भी की है।
जीवन बदलने में जुटी है संस्था-
नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश नहाकुल सुबेदी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा भारत सहित नेपाल में लोगों का जीवन बदलने में जुटी है। अध्यात्म हमें सकारात्मक बना देता है। ऐसे प्रयासों से ही विश्व शांति आएगी। उत्तर प्रदेश के पशुपालन डेयरी विकास कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना ब्रह्माकुमारीज़ के माध्यम से साकार हो रही है। यहां से लोगों को बदलाव का संदेश दिया जा रहा है।
नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री व सांसद प्रकाश मान सिंह ने कहा कि धर्म से ऊपर उठकर हमें एक विचारधारा के साथ आगे बढ़ना होगा, तभी विश्व शांति आएगी। ब्रह्माकुमारीज़ शांति का संदेश देकर सामाजिक बदलाव में बड़ी भूमिका निभा रही है। मेरे पिताजी लंबे समय तक संस्था से जुड़े रहे और आध्यात्मिक ज्ञान का उनके जीवन में काफी प्रभाव रहा।
तो जीवन बनेगा आदर्शवान-
अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी मोहिनी दीदी ने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है लेकिन जो समझदार होते हैं वह लोग सही समय पर खुद में परिवर्तन करके अपना जीवन उच्च आदर्शवान बना लेते हैं। अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी जयंती दीदी ने राजयोग मेडिटेशन की गहन अनुभूति कराई। महासचिव राजयोगी बीके निर्वैर भाई ने कहा कि परमात्मा ने हमें श्रीमत दी है कि सबसे पहले उठकर गुड मार्निंग करो। यदि हम सबसे पहले गॉड से गुड मार्निंग करेंगे तो सारा दिन अच्छा जाएगा।
इन्होंने भी व्यक्त किए विचार-
– नई दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार सरफराज सैफी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ जो कार्य देश-दुनिया में कर रही है उसे और तेज करने की जरूरत है। आज सभी को सुकून की जरूरत है और हमें सुकून आत्मा को परमात्मा से मिलाने पर ही मिलेगा।
– रायपुर के वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि कोई भी युग हो ज्ञान वही दिव्य है जो हर युग में शाश्वत हो, सत्य हो और सदा बना रहे। सबसे जरूरी है कि हम इंसान बने रहें। आठ दशक में ब्रह्माकुमारीज़ की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि समाज में संवेदनाओं को जागृत रखा है। संस्था इंसान को इंसान बना रही है।
– राजस्थान के स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसेडर श्याम प्रताप राठौर ने कहा कि हमने ग्राम में पचास हजार पौधे लगाए। महिलाओं को आगे बढ़ाने में कदम उठाए। लोगों को मूल्यों से जोड़ने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान से जोड़ने की नींव रखी।
तीन शख्सियतों को राष्ट्र चेतना पुरस्कार से नवाजा-
सम्मेलन में नई दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार सरफराज सैफी, रायपुर के वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु द्विवेदी और राजस्थान के स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसेडर व जाहोता के सरपंच श्याम प्रताप राठौर को ब्रह्माकुमारीज़ की ओर से संयुक्त मुख्य प्रशासिका जयंती दीदी, केंद्रीय मंत्री भगवंत खुबा और कार्यकारी सचिव डॉ. बीके मृत्युंजय भाई ने राष्ट्र चेतना पुरस्कार प्रदान किया। सभी का शॉल, प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। रामा नृत्य निकेतन सिकंदराबाद की बालिकाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। मधुरवाणी ग्रुप ने गीत प्रस्तुत किया। संचालन एजुकेशन विंग की मुख्यालय संयोजिका बीके शिविका बहन ने किया।