अमंडाइन रोचे ने दिया विश्व को संदेश
शिव आमंत्रण, वाशिंग्टन। अमानुद्दीन फाउंडेशन की संस्थापिका अमंडाइन रोचे जोकि यूनाइटेड नेशन में मानवाधिकार और महिला सशक्तिकरण की विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कैदियों, महिलाओं, सैनिकों, आम नागरिकों और बच्चों में योगा और मेडिटेशन को बढ़ावा देने के लिए 10 सालों तक काबुल में बिताया है। उन्होंने वाशिंग्टन डीसी के मेडिटेशन म्यूजियम द्वारा आयोजित आनलाईन टॉक में हिस्सा लिया। मेडिटेशन म्यूजियम की डायरेक्टर बीके जेना और अमंडाइन रोचे ने ‘गीविंग बर्थ टू द न्यू अर्थ, बाय एम्पावरिंग विमेन’ विषय पर चर्चा की आइए दिखाते हैं उनके बीच चर्चा के कुछ अंश।
बीके जेना के एक सवाल का जबाब देते हुए अमंडाइन रोचे ने कहा, कि मानवी हक्क हर राष्ट्र के एकजुटता से अच्छा समाज स्थापित करने के लिए निखर आते है। बिखरे हुए विश्व को एक सूत्र में बांधने के लिए सब मानव मात्र एकात्मता मे विश्वास रखे और एकता मे रहे तो पूरे विश्व में सुख और शांति स्थापित होने मे देरी नही लगेगी। हम सब एक है यह भावना हर एक के दिल से निकलनी चाहिए तो विश्व मे मानवता का सच्चा फल दिखाई देने लगेगा।