मेरा परिवार विषय पर बीके गीता के विचार
शिव आमंत्रण, भीनमाल। ब्रह्माकुमारीज़ के युवा प्रभाग और राजस्थान के भीनमाल सेवाकेंद्र द्वारा मेरा परिवार अ सर्किल ऑफ स्ट्रेंग्थ विषय पर 5 दिवसीय ऑनलाइन सीरीज का आयोजन किया गया जिसमें भीनमाल सेवाकेंद्र प्रभारी बीके गीता ने परिवार में रहते कैसे अपनापन बना रहे और स्वयं में बदलाव लाने के लिए किन बातों का होना ज़रूरी है उसके बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर बीके गीता ने कहा, परिवार केवल साथ रहने भर से नही बनता, एक छत के नीचे रहने भर से कोई नजदीक नही होता। लेकिन वो नजदीकियां तब आती है जब हम एक दूसरों के गुणों के समीप आते है। हम एक – दूसरे के विचारों के समीप आते है। और वो हम बहुत अच्छे से कर सकते है परंतु हमारा ध्यान शायद उस पर नही गया है। कभी कभी होता है कि कोई बेशकिमती चीज होती है, वह हमारे आसपास होती है और उसे हम कई दूर खोज रहे होते है।
इस ऑनलाइन सीरीज़ के अंत में बीके गीता ने कॉमेंट्री द्वारा राजयोग का अभ्यास कराया और आंतरिक शक्ति कैसे बढ़े उसके लिए इसे दिनचर्या में अपनाने की सलाह दी।