सभी आध्यात्मिक जगत की सबसे बेहतरीन ख़बरें
ब्रेकिंग
हजारों लोगों ने नम आंखों से दी विदाई, दादी रतनमोहिनी पंचतत्व में विलीन देश-विदेश से पहुंचे हजारों लोगों ने दी श्रद्धांजली राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी का 101 साल की उम्र में देवलोकगमन देशभर में रिकार्ड 48 हजार मेडिटेशन कार्यक्रम कर बनाया कीर्तिमान देश-विदेश से पांच लाख लोग पहुंचे ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय दिव्यांग सेवा के लिए एसबीआई ने प्रदान की ट्रेवलर गाड़ी दुनिया भर में दादी ने बढ़ाया नारी शक्ति का मान-मोहिनी दीदी
विश्व अहिंसा दिवस पर ऑनलाइन वेबीनार - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
विश्व अहिंसा दिवस पर ऑनलाइन वेबीनार

विश्व अहिंसा दिवस पर ऑनलाइन वेबीनार

राजस्थान राज्य समाचार

ब्रह्माकुमारी राजयोग केंद्र भीनमाल द्वारा 2 अक्टूबर गांधी जयंती तथा विश्व अहिंसा दिवस पर ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया जिसका विषय था अहिंसा परमो धर्म। इस वेबीनार में उपस्थित थे

नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर मदन जी सिन्हा उन्होंने कहा गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे अहिंसा उनका अस्त्र था आज हिंसा बढ़ने का कारण है हमारी शिक्षा प्रणाली हमारी पुरानी शिक्षा वेदों शास्त्रों को फिर से आरंभ किया जाए तो हिंसा कम हो सकती है।

भीनमाल के वरिष्ठ पत्रकार मानिक मलजी भंडारी ने कहा जहां हिंसा होती है वहां सत्यानाश होता है अहिंसा रूपी शस्त्र द्वारा हम सारे विश्व पर कब्जा स्थापित कर सकते हैं जैन धर्म के लोग अहिंसा परमो धर्म मानते हैं दुनिया में कहीं पर भी अशांति हो तो वहां अहिंसा से शांति स्थापन कर  सकते है।

भारत विकास परिषद के संरक्षक ओम प्रकाश जी खेतावत ने कहा हिंसा से प्राप्त किया हुआ कार्य कभी भी स्थाई नहीं रहता है हमेशा भय में रहता है हिंसा के द्वारा प्राप्त लक्ष्य हमेशा स्थाई रहता है और वह हमें खुशी भी देता है।

मुंबई से जुड़े ब्रह्माकुमारी राजयोग केंद्र कांदिवली की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी राज बहनजी ने कहा हिंसा के मार्ग पर चलकर कोई भी मानव अपने जीवन में सुख शांति और समृद्धि की अपेक्षा नहीं कर सकता आज विश्व अहिंसा दिवस के उपलक्ष्य पर हम प्रण ले कि हम सब अहिंसा को अपने जीवन में अपनाएंगे और हमेशा यह याद रहे सुख दो सुख लो दुआ दो दुआ लो।    

ब्रह्माकुमारी राजयोग केंद्र भीनमाल की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी गीता बहन ने कहा कि आज दुनिया में जो भय चिंता का जो वातावरण बना हुआ है उसका कारण है अहिंसा गांधीजी चाहते थे हर देश हर देश का गांव आत्मनिर्भर हो स्वाभिमानी हो उन्होंने ऑनलाइन गांधीजी वेशभूषा प्रतियोगिता के विजेताओं के नाम घोषित किए उन्होंने बताया पहला इनाम  सीकर से जैनित सैनी, दूसरा इनाम सांचौर से हिमांशु सोनी तथा भीनमाल से युवराज शर्मा और तीसरा इनाम भीनमाल से ऋषभ गोदारा और विवेक सांखला को दिया जाता है। सांत्वना पर इनाम दिया गया अथर्व बोहरा, निकुल सोनी, ज्योति सोनी स्पेशल इनाम दिया गया राहुल मथुरा से यह वेबीनार जूम तथा यूट्यूब पर लाइव कराया गया। इस वेबिनार में प्रतिभागियों की वेषभूषा की फोटोज़ तथा वीडियो भी दिखाये गए। जिसकी सभी ने प्रशंसा की । 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *