आनलाईन सेशन में सेल्फ केयर पर व्यक्त विचार
शिव आमंत्रण, माउंट आबू। ब्रह्माकुमारीज़ के चिकित्सा प्रभाग द्वारा विशेष हेल्थकेयर वारियर्स के आध्यात्मिक उत्थान एवं सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही सीरीज अवेकनिंग टू अ न्यू वे ऑफ हीलिंग के तहत निरंतर ऑनलाइन सेशन्स आयोजित किए जा रे है। इस सीरीज़ की अगली कड़ी में आयोजित सेशन में दिल्ली से सीनियर स्त्रीरोग विशेषग्य डॉ. निकिता सोबती ने एन्हान्सिंग इमोशनल कोशंट ऑफ योर चाइल्ड तो वही मुख्यालय माउंट आबु से ग्लोबल हॉस्पिटल के डायरेक्टर बीके डॉ. प्रताप मिड्ढा ने सेल्फ केयर एंड ब्लेसिंग्स फॉर बिगिनिंग ऑफ न्यू जर्नी विषय के तहत अपने विचार रखे।
सीनियर स्त्रीरोग विशेषग्य डॉ. निकिता सोबती ने कहा, हमे वो सब चीजे करनी है अपनी लाईफ को सही दिशा मे ले जाने के लिये। स्पिरीच्युअल रास्ता भी अपनाना है, सायंटिफिकली भी चलना है। क्योंकि सायंटिफिकल इविडन्स मिलने के बाद बाकी सब चीजे करनी बहुत आसान हो जाता है।
ग्लोबल हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. प्रताप मिड्ढा ने कहा, पूरी जिंदगी आपको खुशी प्राप्त करनी है तो अपने आपसे इमानदार रहो। अपने व्यवहार में इमानदार होना चाहिए। तो सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि अपने अंदर क्या चल रहा है इसकी तरफ ध्यान देना है। उधर ध्यान देंगे तो आप बहुत ही शक्तिशाली बन जायेंगे। चुनौतियां तो बहुत है लेकिन उन चुनौतियों का लाभ आप अपनी उन्नति की सीडी बना लो तो आप आगे बढ़ते जायेंगे।
संस्थान के मेडिकल विंग के सेक्रेटरी बीके डॉ. बनारसीलाल शाह ने कहा, दो दो आर्टरिज, तीन तीन आर्टरिज ब्लाक है ऐसे पेशंट को बुलाकर डाएट, एक्सरसाइज, मेडिटेशन सिखाया तो उनकी आर्टरिज क्लिन हो गई है। एक दो नही, दस हजार लोगों की आर्टरिज क्लिन की गई है। क्यों न हम छोटे छोटे प्रोजेक्ट द्वारा इन चीजों को इलेक्ट्रानिक मीडीया के माध्यम से जन जन तक पहुंचाये। इससे हमारे मन मे शांति आ जायेगी, जीवन मे सुधार आ जायेगा और चरित्र मे भी सुधार हो जायेगा।
ग्लोबल हॉस्पिटल में नर्सिंग की चीफ बीके रूपा ने रोल ऑफ नर्सिंग प्रोफेशनल्स इन हीलिंग विषय के तहत मार्गदर्शन करते हुए कहा, जितना हम राजयोग मेडिटेशन करते है उतनी हमारी इनर पावर डेवलप हो जाती है। जितनी इनर पावर डेवलप होती है उतनी डिसीजन लेने में वह मददगार बनती है। तो हर नर्स को राजयोगा मेडिटेशन सीखना बहुत जरूरी है।