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दीपक तो सजे थे लेकिन शांति और साधना के बीच - Shiv Amantran | Brahma Kumaris
दीपक तो सजे थे लेकिन शांति और साधना के बीच

दीपक तो सजे थे लेकिन शांति और साधना के बीच

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संस्थान के तीनो स्थानों पर रोशनी से नहा उठा परिसर

शिव आमंत्रण, आबूरोड। अवसर तो था दीवाली महोत्सव का जिसमें दीपक तो सजे थे लेकिन उमंग उल्हास के बीच शांति और ध्यान साधना का दौर था। जगमगाते रोशनी के बीच ओम शांति भवन, ज्ञान सरोवर परिसर नहा उठा। चारो ओर शांति और प्रकाश का मेल मिलाप देखने योग्य था। इस वर्ष की दीवाली कई मायनों में याद की जायेगी।
दीपोत्सव कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका ईशू दादी, महासचिव बीके निर्वैर, कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय तथा शांतिवन प्रबन्धक बीके भूपाल की मौजूदगी से वास्तविक अज्ञान अंधकार को कैसे मिटाया जाये इसपर मंथन हुआ। लोगों से अपील की गयी कि वे एक दुसरे की मदद करें तथा जीवन से अज्ञान अंधकार मिटाये। सबसे खूबसूरत पल तो तब और हो गया जब बीके मुन्नी बहन का भी जन्मदिन सादगीपूर्ण सम्पन्न हुआ।


ब्रह्माकुमारीज के महासचिव बीके निर्वैर ने कहा, इस दीवाली पर सभी अपने आप को इतना सुंदर सजाये और इश्वरीय प्रेम का, रुहे गुलाब का सुंदर हार बनाये और एक दो को विजय का तिलक लगा दो।
ब्रह्माकुमारीज की कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी ने कहा, इस दीवाली से आगे किसी के भी प्रति नेगेटीव न सोचने का संकल्प ले लो। अगर किसी की भी छोटी मोटी भूल हो जाती तो हमारी दादी प्रकाशमणी उसके लिए खुद शिवबाबा से क्षमा मांगती थी। तो ऐसे आप सब भी क्षमा के सागर बनो, जीवन में क्षमाभावना अपनाओ।
ज्ञान सरोवर की संचालिका बीके निर्मला ने कहा, हम सभी चैतन्य दीपकों का भाग्य है जो स्वयं भगवान शिव ने हमारा दीपक जगा दिया है।
ग्लोबल हॉस्पिटल के प्रमुख डॉ. प्रताप मिड्ढ़ा ने कहा, भले ही हम आपको प्रत्यक्ष रूप से नही देख रहे है लेकिन हमारी आवाज तो अविनाशी है, हमारी भावनाये तो अविनाशी है, हमारी शुभ भावनाये – शुभ कामनाये सबतक पहुंच रही है। तो पूरे विश्व को और वूरे ब्राह्मण परिवार को दिल से शुभकामनाये।
ज्ञानसरोवर के राजयोगी बीके सूरज ने कहा, दिवाली के आगमन पर आपके जीवन में खुशियों के फूल खिल रहे है और खिलते रहेंगे। आप ब्राह्मण आत्माओं की रोशनी सारे संसार में फैल रही है और लाखो लोगों को दुखदर्द से राहत मिल रही है। यह रोखनी दिनोंदिन जादा फैलती जायेगी, ईश्वरीय सेवाओं की धूम मचेगी और अनेक आत्माये आपके पास आकर वरदान प्राप्त करेगी।

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